गुरुवार, 17 नवंबर 2016

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1-पुष्पा मेहरा

1

बूँद नहीं  हूँ

मैं नाज़ुक ओस की,

गर्मी पा मिट जाऊँ,

खिलती कली

ढिंढोरा पीट रही

सुगन्ध  मैं फैलाऊँ

2

पतंगा नहीं

रोशनी की खातिर

जो मैं मिट ही जाऊँ,

किरण बनूँ

रंगीं  धरा पर

बिछ,उजास भरूँ

-0-

2-प्रदीप कुमार दाश ‘दीपक’

1

शरद रात
आज पूनो का चाँद
प्रेम पीयूष
खूब बरसाएगा
लिए कोमल याद ।
2
रात पूनम
शरद की चाँदनी
धरा पे बिछी

स्नेह सिक्त गगन
आज चाँद मगन ।
3
कुनमुनाता
चल पड़ा अकेला
चाँद तनहा
झील की पगडण्डी
मुस्करा रही आज ।
4

नभ हैरान
चहुँ ओर बादल
घिरे हैं घने
पर दिखा नहीं क्यों
आज उसका चाँद ।
-0-


13 टिप्‍पणियां:

Dr.Purnima Rai ने कहा…

वाहहहहह!बहुत सुंदर पुष्पा जी और प्रदीप जी...मनोहारी चित्रण

Unknown ने कहा…

पुष्पा जी बहुत अच्छे लगे दोनों सेदोका - बूंद नहीं मैं ... सुन्दर प्रस्तुति ।प्रदीप जी आप के तांका भी सुन्दर छवि प्रस्तुत कर रहे हैं ।- वाह -नभ हैरान/ चहुं ओर बादल / घिरें हैं घने /पर दिखा नहीं क्यों /आज उसका चाँद ।बधाई दोनों को ।

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

बहुत-बहुत सुंदर एवं मनमोहक चित्रण सेदोका एवं ताँका दोनों में !
हार्दिक बधाई कृष्णा दीदी व प्रदीप जी !!!

~सादर
अनिता ललित

Vibha Rashmi ने कहा…

मन भावन सदोका और ताँका । प्रकृति के सुंदर बिम्ब । बधाई आ.पुष्पा दी व दीपक जी ।
सनेह- विभा रश्मि

Vibha Rashmi ने कहा…

मन भावन सदोका और ताँका । प्रकृति के सुंदर बिम्ब । बधाई आ.पुष्पा दी व दीपक जी ।
सनेह- विभा रश्मि

Sudershan Ratnakar ने कहा…

अति सुंदर ,मनमोहक सेदोका एवं ताँका । पुष्पाजी , दीपकजी आप दोनों को हार्दिक बधाई।

Pushpa mehra ने कहा…

मैंने कहीं दो बच्चियों का बहुत सुंदर एवं मनोमुग्धकारी चित्र देखा तो बिना सोचे -समझे जो भी भाव मेरे मन में उठे मैंने उन्हें शब्दों में बाँधने की कोशिश की|त्रिवेणी में इन्हें स्थान देने हेतु सम्पादक द्वय का तथा अनमोल प्रतिक्रिया देने वाले अपने साथियों का आभार |
पुष्पा मेहरा

bhawna ने कहा…

बहुत सुंदर चित्रण पुष्पा जी और दीपक जी... बधाई

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

बहुत बढ़िया और मनोहारी चित्रण है...| आप दोनों को बहुत बधाई...|

Unknown ने कहा…

अति सुंदर

Unknown ने कहा…

Both are ful of varity

ज्योति-कलश ने कहा…

बहुत प्यारे , मनमोहक सेदोका एवं ताँका !

आ. पुष्पा दीदी एवं दीपक जी को हार्दिक बधाई !!

Jyotsana pradeep ने कहा…

बहुत सुंदर चित्रण , प्रकृति के सुंदर बिम्ब । आ.पुष्पा जी और दीपक जी ...हार्दिक बधाई !!