गुरुवार, 19 अगस्त 2021

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कृष्णा वर्मा



2 टिप्‍पणियां:

dr.surangma yadav ने कहा…

बहुत सुंदर माहिया।बधाई कृष्णा वर्मा जी।

Sudershan Ratnakar ने कहा…

दिल बाँचे यादों को
काँधे तरस गए
अपनों के हाथों को। बहुत सुंदर सभी माहिया। हार्दिक बधाई कृष्णा वर्मा जी।