शुक्रवार, 10 मार्च 2023

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1-चोका प्रीति अग्रवाल 

1-चिट्ठियाँ

 

ताले की चाबी

जाने कहाँ छुपी थी

मिली है आज

सुखद एहसास

आज खुलेगा

दबा- घुटा सन्दूक

वर्षों के बाद

जिसमें हैं सौगातें

पुरानी यादें

मासूम से सपने

अल्हड़पन

कुछ अधूरे वादे

बड़ा अद्भुत

वो यौवन, सावन

जब खिले थे

दो मन उपवन

भीगे वे पल

नेह की बरसातें

मनभावन

शहद जैसी बातें

सब है दर्ज

प्रेम पत्र, चिठ्ठियाँ

बरसों मैंने

सम्भाली जो चिठ्ठियाँ

मेरा अतीत

वर्तमान, भविष्य

पीली पड़ी चिठ्ठियाँ!

-0-

2-मेघा बरसे

 

प्यासा मनवा

तिल- तिल तरसे

इस बरस

भी अनबुझ आस

नहीं बदरा

फिर शून्य आकाश

बरसो मेघा

नारियल को

दमड़ी नहीं पास

ईश्वर तुम्हें

किस विधि मनाऊँ

भूखे उदर

है रोज़ उपवास

मेघा घुड़के

झर- झर बरसे

नव चेतना

फिर हुई संचार

हर्ष -लहर

हुआ गाँव मगन

कृपानिधान

तू ने किया कल्याण

जल समाधि

इस बरस टली

यूँहीं दरस दिखे

-0-

3-कोरा मन

 

कली मुस्काई

थोड़ी-सी शरमाई

वसन्त आया

विरह दिन बीते

प्रेम की धुन

भँवरे गुनगुन

मीठी बतियाँ

कानों में कह जाएँ

फूलों से लदीं

बगिया की क्यारियाँ

बहकें, झूमें

पुरवाई चुपके

सन्देसे लाए

मिलन गीत गूँजें

बिछुड़े मीत

सुखद प्रेम पाएँ

शुक्र मनाएँ

है चारों दिशाओं में

हर्ष उल्लास

मेरा कोरा ये मन

कोरा न रह जाए!

-0-

2-ताँका -अनिमा दास

1

बिखरा मन

ब्रह्माण्ड से पृथक्

ढूँढे पवन

श्वास की सिक्तता में

असहाय जीवन।

2

प्रश्न-वाण से

तुम करो आहत

हृदयहीन!

मैं शैलशिखर- सी

रहूँगी भानुमत।

3

नीरव हूँ मैं

तुम हो शब्दभेदी

सर्वहारा मैं

तुम हो अभ्रभेदी

भू मेरी बलिवेदी।

4

बसंत रंगी!

प्रेम में हो प्रमत्त

सत्य से दूर

प्रवंचना छंद में

क्यों हुए मदमत्त?

5

नित्य सेवित

कुंठित अभीप्सा से

नित्य पूजित

अपूर्ण इच्छा लिये

दैत्य रूप मनु के।

6

दुःख प्राचीन

आघात अर्वाचीन

संघर्षरत

जीवन की तरणी

तट से हुई भिन्न।

7

यह है प्रेम

ईर्ष्या के पिधान में

अति आत्मीय

देता क्षत इतना,

कष्ट होता प्राण में।

-0-कटक, ओड़िशा

ईमेल-animadas341@gmail. com


16 टिप्‍पणियां:

भीकम सिंह ने कहा…

बहुत ही सुन्दर हैं चोका और ताँका, आप दोनों को हार्दिक शुभकामनाएँ ।

surbhidagar001@gmail.com ने कहा…

बहुत सुंदर ।
बहुत बहुत बधाई आप दोनों को
सादर
सुरभि डागर

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी हृदयगह्वर से धन्यवाद 🌹🙏🙏

Sonneteer Anima Das ने कहा…

सुंदर एवं भावपूर्ण चोका आद. प्रीति जी 🌹🙏

बेनामी ने कहा…

बहुत सुंदर ताँका और चोका।
आदरणीया अनिमा जी एवं प्रीति जी को हार्दिक बधाई।

सादर

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

पत्रिका में स्थान देने के लिए सम्माननीय संपादक द्वेय का हार्दिक धन्यवाद!

अणिमा जी के तांका बेहतरीन, आपको बहुत बहुत बधाई!

भीकम सिंह जी, रश्मि जी, सुरभि जी और अणिमा जी आपकी टिप्पणियों के लिए बहुत बहुत आभार!

Krishna ने कहा…

बेहतरीन चोका और ताँका...प्रीति एवं अनिमा जी को हार्दिक बधाई।

बेनामी ने कहा…

बहुत सुंदर भावपूर्ण चोका बेहतरीन ताँका। हार्दिक बधाई प्रीति जी एवं अनिमा दास जी।

बेनामी ने कहा…

सुदर्शन रत्नाकर

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी सादर धन्यवाद 🌹🙏

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी सादर धन्यवाद 🌹🙏

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी सादर धन्यवाद 🌹🙏

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी सादर धन्यवाद 🌹🙏

Sonneteer Anima Das ने कहा…

जी सादर धन्यवाद 🌹🙏

शिवजी श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत सुंदर चोका एवं ताँका।प्रीति जी एवं अनिमा जी को बधाई।

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

बहुत भावपूर्ण चोका और तांका...बहुत बधाई