शनिवार, 11 मार्च 2023

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1-ताँका / सुदर्शन रत्नाकर 

1

तुम्हारा मौन

कचोटता है मुझे 

कुछ तो बोलो

अनकही बातों को

आवाज़ तो दे दो। 

2

सुनो तो ज़रा 

कराहती टहनी

कहती है क्या 

मत मारो कुल्हाड़ी 

बौर अभी आया है। 

 

3

प्रभात बेला

घंटियों की आवाज़ 

जगे मंदिर 

देता देव दर्शन 

शांति हर मन को। 

4

प्रकृति देती

भर- भर आँचल

मानव स्वार्थी 

सँभाल नहीं पाता

धरोहर उसकी। 

5

कोई तो होता

आँसू ही पोंछ लेता

सांत्वना देता

कम होती चुभन 

अनचाहे काँटों की। 

6

कैसा है मन 

करे सदा क्रंदन 

सोच बदल

रोते का कोई नहीं 

सँवार ले जीवन। 

7

रौंदते रहे

जीवन भर हम

धरा का सीना

हमें गिराया नहीं

सहारा देती रही। 

8

किवाड़ खोल

खटखटा रहे हैं

बाहर खड़े

मस्त हवा के झोंके 

जो वसंत लाया है। 

9

चाँद आया था

रात घूमता रहा

चाँदनी संग

आते ही सूरज के

छोड़ा साथ उसने। 

-0-Sudershanratnakar@gmail.com

-0-

॰_ताँका/ प्रो. विनीत मोहन औदिच्य

1

भोर की बेला

जाग रे! स्वप्न द्रष्टा

ईश स्मरण

पवित्र जल स्नान

कर आत्म कल्याण।

2

कुरूप लगें

सारे पुष्प जग के

अश्रु-प्रपात

बन बहे जीवन

त्रस्त लगे सबसे।

3

हुआ प्रभात

विहग कलरव

उगा सूरज

मंदिर शंखनाद

शुभ देव दर्शन।

4

आई सुबह

लाई नव विश्वास

मन उमंग

पुलक उठा गात

हैं संकल्पित मन।

5

हृद ने कहा

सुंदर बनो ललिता!

घोर तम में

न हो भ्रमित तुम

हे, जग की दुहिता!

-0-ईमेल-v. maudichya@yahoo. com

 

15 टिप्‍पणियां:

भीकम सिंह ने कहा…

बेहतरीन ताँका, दोनों को हार्दिक शुभकामनाएँ ।

बेनामी ने कहा…

बहुत सुंदर ताँका के लिए विनीत मोहन जी को हार्दिक बधाई। सुदर्शन रत्नाकर

शिवजी श्रीवास्तव ने कहा…

समस्त ताँका बहुत सुंदर,सुदर्शन रत्नाकर जी एवं विनीत मोहन औदिच्य जी को हार्दिक बधाई।

Krishna ने कहा…

बेहतरीन ताँका के लिए सुदर्शन रत्नाकर जी एवं विनीत मोहन जी को हार्दिक बधाई।

बेनामी ने कहा…

अतिसुन्दर अनेकानेक शुभकामनाऐ बहुत बहुत बधाई क्या बात है

बेनामी ने कहा…

डॉक्टर रेखा भटनागर

बेनामी ने कहा…

सुदर्शन रत्नाकर जीऔर विनीत जी के सभी ताँका उत्कृष्ट है हार्दिक बधाई । सविता अग्रवाल”सवि”

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

वाह! बहुत सुंदर चोका। सुदर्शन दी और विनीत जी को हार्दिक बधाई!

surbhidagar001@gmail.com ने कहा…

वाह ,बहुत ही सुंदर सृजन हार्दिक बधाई आप दोनों को।
सादर
सुरभि डागर

बेनामी ने कहा…

सभी ताँका भावपूर्ण एवं सुन्दर । हार्दिक बधाई सुदर्शन रत्नाकर जी और प्रो. विनीत जी को ।
विभा रश्मि

बेनामी ने कहा…

बहुत सुंदर ताँका।
हार्दिक बधाई आदरणीया रत्नाकर दीदी एवं प्रो. विनीत जी को।

सादर

डॉ. पूर्वा शर्मा ने कहा…

सभी ताँका बहुत बढ़िया
सुदर्शन जी एवं विनीत जी को सुंदर सृजन के लिए हार्दिक बधाई

Deepalee thakur ने कहा…

बहुत सुंदर तांका सुदर्शन जी बधाई

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

अतिसुन्दर ताँका!

~सादर
अनिता ललित

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

आदरणीय सुदर्शन जी के तांका बहुत ह्रदयस्पर्शी है, बहुत बधाई
विनीत जी के तांका भी बहुत उम्दा हैं, मेरी बधाई