tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post1418495533531241251..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: मैं मुसाफिरUnknownnoreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-68446609476407031362012-08-12T22:14:30.897+10:002012-08-12T22:14:30.897+10:00बहुत सुन्दर...। आप दोनों को मेरी बधाई...।बहुत सुन्दर...। आप दोनों को मेरी बधाई...।प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-8573703351707335162012-08-09T04:23:45.443+10:002012-08-09T04:23:45.443+10:00अनीता जी, जेन्नी जी आप दोनो को इतने सुन्दर सेदोका ...अनीता जी, जेन्नी जी आप दोनो को इतने सुन्दर सेदोका लिखने के लिए बहुत-२ बधाई।<br />कृष्णा वर्माKrishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-35052593289440967882012-08-09T02:24:47.961+10:002012-08-09T02:24:47.961+10:00डॉoअनीता कपूर और डॉoजेन्नी शबनम जी, बहुत ही सुंदर ...डॉoअनीता कपूर और डॉoजेन्नी शबनम जी, बहुत ही सुंदर सेदोका हैं,आप दोनों को बधाई !<br />डॉ सरस्वती माथुरAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-45052505337164728292012-08-09T02:11:19.507+10:002012-08-09T02:11:19.507+10:00मेरे सेदोका को यहाँ स्थान देने के लिए ह्रदय से आभा...मेरे सेदोका को यहाँ स्थान देने के लिए ह्रदय से आभार. अनीता जी का ये सेदोका मन को छू गया...<br />पी डाला दर्द<br />रूह की चिमनी से<br />जैसे गीत -संगीत<br />पकड़ धुआँ<br />लपेट चाँदनी में<br />लिखा रंगीला गीत ।<br /><br />अनीता जी को बधाई.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-70201938817144126882012-08-08T19:53:45.357+10:002012-08-08T19:53:45.357+10:00दोनों कवयित्रियों ने बहुत सुंदर सेदोका लिखे हैं। ड...दोनों कवयित्रियों ने बहुत सुंदर सेदोका लिखे हैं। डॉ आनिता कपूर का तीसरा और पाँचवा सेदोका बहुत सशक्त भाव लिए हैं -<br />"सभी सेदोका सुंदर हैं।तीसरा और पाँचवा सेदोका बहुत प्रभावित करते हैं -<br />"चाहे चर्च या<br />हो गुरुद्वारा कोई<br />भक्ति के वृक्ष सभी<br />माँगे है खाद<br />प्रेम मुहब्बत की<br />अरदास रब की ।"<br />बहुत सुंदर।<br /><br />डॉ जेन्नी शबनम का चौथा और पाँचवा सेदोका बहुत शानदार हैं। बधाई !sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.com