tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post2057957369635960973..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: हँस गई चाँदनी Unknownnoreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-60438532501018183452012-05-25T15:52:05.235+10:002012-05-25T15:52:05.235+10:00कारे बादर
स्याह हुआ अम्बर
कौंधी दामिनी
चीर कालिमा ...कारे बादर<br />स्याह हुआ अम्बर<br />कौंधी दामिनी<br />चीर कालिमा देखो<br />हँस गई चाँदनी ।....<br />बहुत सुंदर तांका हैं सुशीला शिवराण जी बधाई!Dr saraswati Mathurnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-38793445601543805452012-05-25T09:44:16.987+10:002012-05-25T09:44:16.987+10:00आप सभी की ह्रदय से आभारी हूँ। आप की टिप्पणियाँ निर...आप सभी की ह्रदय से आभारी हूँ। आप की टिप्पणियाँ निरंतर बेहतर और सुंदर लिखने को प्रेरित करती हैं। ये स्नेह बनाए रखें।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-50575782727122031232012-05-25T01:56:37.427+10:002012-05-25T01:56:37.427+10:00नए रचनाकारों की विषयवस्तु और शिल्प दोनों क्षेत्रों...नए रचनाकारों की विषयवस्तु और शिल्प दोनों क्षेत्रों रचनातमक सम्भावनाएँ आश्वस्त करती हैं । सुशीला शिवराण जी के ताँका पहली बार पढ़े ।सभी ताँका परिपक्व होने के साथ कल्पना -माधुर्य से सजे हैं । ये दो ताँका बहुत ही अच्छे हैं- 1<br />रजनी बाला<br />उतरी अम्बर से<br />नहा चाँदनी<br />ओढ़ तारा- चूनर<br />मिलने प्रीतम से ।<br />2<br />पाओ तो मन<br />नभ जैसा विस्तार<br />प्यारे सपने<br />देखे जो नयनों ने<br />कर लूँ मैं साकार ।satishrajpushkaranahttps://www.blogger.com/profile/05918330944070496404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-64617976540007933582012-05-24T21:39:39.869+10:002012-05-24T21:39:39.869+10:00बहुत सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति!बहुत सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-27307280361152361882012-05-24T14:50:47.185+10:002012-05-24T14:50:47.185+10:00प्रकृति की अद्भुत छटा बिखरी है..प्रकृति की अद्भुत छटा बिखरी है..दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-84324295742177319442012-05-24T12:34:19.060+10:002012-05-24T12:34:19.060+10:00बेहद खूबसूरत प्रकृति वर्णन...बधाई!!बेहद खूबसूरत प्रकृति वर्णन...बधाई!!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-40336362389319307892012-05-24T09:52:05.223+10:002012-05-24T09:52:05.223+10:00बहुत सुंदर तांका हैं बधाई,
अमिता कौंडलबहुत सुंदर तांका हैं बधाई,<br />अमिता कौंडलamita kaundalnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-26151376978585422222012-05-24T09:01:55.618+10:002012-05-24T09:01:55.618+10:00नीला आसमाँ
बुलाए जब मोहे
मन बावरा
बन जाए है पाखी
...नीला आसमाँ<br />बुलाए जब मोहे<br />मन बावरा<br />बन जाए है पाखी<br />नापे नभ- विस्तार...<br /><br />Khubsurat...Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-74073949413297825992012-05-24T05:41:58.490+10:002012-05-24T05:41:58.490+10:00कारे बादर
स्याह हुआ अम्बर
कौंधी दामिनी
चीर कालिमा ...कारे बादर<br />स्याह हुआ अम्बर<br />कौंधी दामिनी<br />चीर कालिमा देखो<br />हँस गई चाँदनी ।<br />बहुत सुन्दर।<br />कृष्णा वर्माAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-83639992290640683842012-05-24T03:44:42.965+10:002012-05-24T03:44:42.965+10:00नहा चाँदनी
ओढ़ तारा- चूनर
मिलने प्रीतम से ....सारे...नहा चाँदनी<br />ओढ़ तारा- चूनर<br />मिलने प्रीतम से ....सारे तांका खूबसूरती से रचे गए हैं....बधाईडॉ अनीता कपूरhttp://bikharemotee.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-37774175255281109632012-05-24T02:24:09.684+10:002012-05-24T02:24:09.684+10:00सुशीला जी ने प्रकृति की खूबसूरती को बिम्ब बनाते हु...सुशीला जी ने प्रकृति की खूबसूरती को बिम्ब बनाते हुये बहुत सुंदर तांका रचे हैं..Anonymousnoreply@blogger.com