tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post3501304958336918380..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: माहियाUnknownnoreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-42779507753897885272012-06-20T00:01:41.585+10:002012-06-20T00:01:41.585+10:00बहुत खूबसूरत माहिया हैं...मन को गहरे तक छूने वाले....बहुत खूबसूरत माहिया हैं...मन को गहरे तक छूने वाले...। बधाई...।प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-19657093542022308592012-06-05T00:03:30.746+10:002012-06-05T00:03:30.746+10:00सभी माहिया गहरे भाव लिए हुए हैं...
साथी तो गहरे ह...सभी माहिया गहरे भाव लिए हुए हैं...<br /><br />साथी तो गहरे हैं<br />किससे दर्द कहें<br />सब के सब बहरे हैं<br /><br />शुभकामनाएं.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-54760381137198817172012-06-04T05:58:52.006+10:002012-06-04T05:58:52.006+10:00सभी माहिया सुन्दर भावपूर्ण हैं यह दो बहुत अच्छे लग...सभी माहिया सुन्दर भावपूर्ण हैं यह दो बहुत अच्छे लगे...सुदर्शन जी बधाई हो।<br />साथी तो गहरे हैं<br />किससे दर्द कहे<br />सब के सब बहरे हैं<br /> <br />यादों का मेला है<br />इतने अपनों में<br />मन निपट अकेला है (कृष्णा वर्मा)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-63162710885144038082012-06-03T19:57:21.677+10:002012-06-03T19:57:21.677+10:00बहुत ही खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति ! ये माहिया तो ...बहुत ही खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति ! ये माहिया तो बहुत ही भावपूर्ण हैं - <br /><br />"5<br />साथी तो गहरे हैं<br />किससे दर्द कहें<br />सब के सब बहरे हैं<br /> 6<br />फूलों में काँटे हैं<br />जीवन बदल गया<br />जबसे दुख बाँटे हैं ।"<br /><br />बधाई सुदर्शन रत्नाकर जी !sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-28694536917011591352012-06-03T02:59:34.612+10:002012-06-03T02:59:34.612+10:00चिड़िया चहकी है
सूरज उगने पर ...चिड़िया चहकी है <br />सूरज उगने पर <br />मन-बगिया बहकी है । <br /><br />सभी माहिया एक से बढ़कर एक हैं...<br />सुदर्शन जी को बहुत बहुत बधाई !!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-26091938538005438292012-06-03T00:21:38.131+10:002012-06-03T00:21:38.131+10:00बहुत सुन्दर भावबहुत सुन्दर भावसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com