tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post3652704726331068833..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: नभ तकती रही Unknownnoreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-7719889398583482162012-10-19T12:23:13.849+11:002012-10-19T12:23:13.849+11:00सभी सेदोका बहुत सुंदर है एक से बढ़कर एक सुंदर रचना ...सभी सेदोका बहुत सुंदर है एक से बढ़कर एक सुंदर रचना के लिए धन्यवाद और बधाई <br />सादर,<br />अमिता कौंडलamita kaundalnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-80398670806746410862012-07-24T18:24:19.005+10:002012-07-24T18:24:19.005+10:00सभी सेदोका बहुत अर्थपूर्ण. इस एक सेदोका में एक माँ...सभी सेदोका बहुत अर्थपूर्ण. इस एक सेदोका में एक माँ के दर्द को बहुत मार्मिक शब्द दिए हैं...<br /> <br />इन तारों में <br />होगा छुपा उसका <br />नन्हा तारा भी कहीं <br />सोचके यही <br />नभ तकती रही <br />सारी रात एक माँ ।<br /><br />शुभकामनाएँ.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-38474303660395127542012-07-21T15:11:25.429+10:002012-07-21T15:11:25.429+10:00इन तारों में
होगा छुपा उसका
नन्हा तारा भी कहीं
...इन तारों में <br />होगा छुपा उसका <br />नन्हा तारा भी कहीं <br />सोचके यही <br />नभ तकती रही <br />सारी रात एक माँ ।<br />सभी सेदोका बहुत खूबसूरत हैं पर यह वाला तो जैसे मन को बेध गया...अदभुत...बहुत बधाई...।प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-91636873503553553272012-07-18T03:47:12.562+10:002012-07-18T03:47:12.562+10:00aap logon ke nirmal shbd man bhigojaye hain aap sa...aap logon ke nirmal shbd man bhigojaye hain aap sabhi ka dhnyavad<br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-28748899951959316112012-07-17T03:40:21.373+10:002012-07-17T03:40:21.373+10:00"बंद कर दो
घर से निकलना
या परदे में रखो
फूलों..."बंद कर दो<br />घर से निकलना<br />या परदे में रखो<br />फूलों की खुश्बू<br />हवाओं की गति को<br />बाँध सका है कोई ?" <br /><br />सच में कोई नहीं बाँध सका हे...<br />सभी सेदोका अपनी बात कहने में पूरी तरह सफल हैं|<br />बहुत बहुत बधाई !!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-8498492040722507522012-07-17T01:15:37.314+10:002012-07-17T01:15:37.314+10:00सभी सेदोका एक से बढ़ कर एक ! यह तो आत्मा को चीर गय...सभी सेदोका एक से बढ़ कर एक ! यह तो आत्मा को चीर गया - <br /><br />"सजती है स्त्री <br />पोस्टर ,कविताओं <br />चित्र व प्रचार में <br />घर आँगन <br />जहाँ पूजी जानी थी <br />जला दी जाती वहाँ ।"sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-31618229231688268882012-07-16T18:20:51.503+10:002012-07-16T18:20:51.503+10:00सजती है स्त्री
पोस्टर ,कविताओं
चित्र व प्रचार मे...सजती है स्त्री <br />पोस्टर ,कविताओं <br />चित्र व प्रचार में <br />घर आँगन <br />जहाँ पूजी जानी थी <br />जला दी जाती वहाँ <br /><br />Rachna, kam shabdon me katu satya aur uski chubhan ... dono ko bahut hi prabhavshali dhang se vyakt kiya hai apne... apki sashakt lekhni ko pranam... <br /><br />sadar<br />manjuAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-85392122859849423272012-07-16T18:18:39.364+10:002012-07-16T18:18:39.364+10:00यूँ तो सभी सेदोका बहुत सुंदर हैं... लेकिन १, ३, और...यूँ तो सभी सेदोका बहुत सुंदर हैं... लेकिन १, ३, और ५ तो बस अद्भुत ही लगे... गहन अर्थ लिए हुये, अर्थपूर्ण...<br />सादर<br />मंजुAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-17271516136777440392012-07-16T18:07:42.915+10:002012-07-16T18:07:42.915+10:00सजती है स्त्री
पोस्टर ,कविताओं
चित्र व प्रचार मे...सजती है स्त्री <br />पोस्टर ,कविताओं <br />चित्र व प्रचार में <br />घर आँगन <br />जहाँ पूजी जानी थी <br />जला दी जाती वहाँ ।<br /><br />सटीक भाव लिए .... सभी सेदोका बढ़िया लगेसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-79162494136881472282012-07-16T16:43:05.126+10:002012-07-16T16:43:05.126+10:00"बंद कर दो
घर से निकलना
या परदे में रखो
फूलों..."बंद कर दो<br />घर से निकलना<br />या परदे में रखो<br />फूलों की खुश्बू<br />हवाओं की गति को<br /> बाँध सका है कोई ?" वाह ! बहुत बधाई रचना जी ...सुंदर सेदोका हैं !<br />डॉ सरस्वती माथुरAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-28234501541568665802012-07-16T16:21:36.706+10:002012-07-16T16:21:36.706+10:00तारों की नोक
बहुत देर तक
टिका हुआ था चाँद
गुदगु...तारों की नोक <br />बहुत देर तक <br />टिका हुआ था चाँद <br />गुदगुदाया <br />हवा ने ,तो बादल <br />की गोद गिरा चाँद ।<br /><br />Bahut sundar prastuti..Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-47170126420060618662012-07-16T15:10:10.408+10:002012-07-16T15:10:10.408+10:00सुंदर ,सामयिक भावों को बहुत प्रभावी ढंग से अभिव्यक...सुंदर ,सामयिक भावों को बहुत प्रभावी ढंग से अभिव्यक्त किया है आपने ....सभी सेदोका एक से बढ़कर एक ...बहुत बहुत बधाई ..ज्योत्स्ना शर्माnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-45593463698438356572012-07-16T14:16:12.026+10:002012-07-16T14:16:12.026+10:00सोया था चाँद
बादलों की गोद में
देखता था सपने
दुष्...सोया था चाँद<br />बादलों की गोद में<br />देखता था सपने<br />दुष्ट बादल<br />उसे रौंदता गया<br />चाँद में दाग़ बना ।<br />बहुत खूबसूरत। रचना जी को बधाइ\निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-41667289137006438492012-07-16T13:45:14.242+10:002012-07-16T13:45:14.242+10:00रचना जी सभी सदोका बहुत भावपूर्ण है.....बधाईरचना जी सभी सदोका बहुत भावपूर्ण है.....बधाईDr.Anita Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/03776096643896372764noreply@blogger.com