tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post5732250074579161808..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: 982Unknownnoreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-53773666036290678962021-10-05T20:21:31.907+11:002021-10-05T20:21:31.907+11:00बहुत सुन्दर तांका, हार्दिक बधाई बहुत सुन्दर तांका, हार्दिक बधाई प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-64732335641427991142021-08-18T16:40:28.648+10:002021-08-18T16:40:28.648+10:00मेरे ताँकाओं पर ,आपके विचार और भावनाओं का मैं ह्रद...मेरे ताँकाओं पर ,आपके विचार और भावनाओं का मैं ह्रदय से आभारी हूँ ।भीकम सिंहhttps://www.blogger.com/profile/11057141136838753334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-16371636220407821822021-08-16T02:34:34.515+10:002021-08-16T02:34:34.515+10:00बहुत सुन्दर,गहन भाव लिए ताँका मन को छू गए!
मूक है...बहुत सुन्दर,गहन भाव लिए ताँका मन को छू गए!<br /><br />मूक है बड़ा <br /><br />कोलाहल से भरा <br /><br />दर्द से हरा <br /><br />पहाड़ बैठ रहा <br /><br />दूर से दीखे खड़ा।<br /><br />लाजवाब!<br />हार्दिक बधाई आपको आदरणीय भाईसाहब।Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-30675968385882458582021-08-15T20:47:47.199+10:002021-08-15T20:47:47.199+10:00बहुत ही सुन्दर भाव संजोए हैं सभी ताँका।
हार्दिक बध...बहुत ही सुन्दर भाव संजोए हैं सभी ताँका।<br />हार्दिक बधाई आदरणीय।<br /><br />सादर Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-16942646538444786712021-08-14T21:46:54.855+10:002021-08-14T21:46:54.855+10:00बहुत सुन्दर यथार्थपरक ताँका । पहाड़ों से गिरते पत्...बहुत सुन्दर यथार्थपरक ताँका । पहाड़ों से गिरते पत्थर कितने विनाशकारी हो सकते हैं । गहन भाव ताँका रचना के लिये हार्दिक बधाई भीकम सिंह जी । Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-54596884431469518102021-08-14T11:23:32.921+10:002021-08-14T11:23:32.921+10:00मूक है बड़ा
कोलाहल से भरा
दर्द से हरा
पहाड़ ...मूक है बड़ा <br /><br />कोलाहल से भरा <br /><br />दर्द से हरा <br /><br />पहाड़ बैठ रहा <br /><br />दूर से दीखे खड़ा।<br /><br />आदरणीय भीकम जी के ताँका गहरे अर्थों को संजोए हुए हैं। प्रकृति को देखने का दृष्टिकोण अद्भुत है-बधाई। Ramesh Kumar Sonihttps://www.blogger.com/profile/18273144880883311040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-36723086173877021962021-08-13T22:30:43.180+10:002021-08-13T22:30:43.180+10:00भीकम जी के अत्यधिक प्रेरणा प्रद तांका हैं हार्दिक ...भीकम जी के अत्यधिक प्रेरणा प्रद तांका हैं हार्दिक बधाई |सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-84502435277126523642021-08-13T19:24:02.423+10:002021-08-13T19:24:02.423+10:00मानव ने विकास के नाम पर प्रकृति का जो दोहन किया ह...मानव ने विकास के नाम पर प्रकृति का जो दोहन किया है उसकी पीड़ा को पर्वतों के माध्यम से दर्शाते हुए बहुत सुंदर ,सामयिक ताँका भीकम सिंह जी। आपको हार्दिक बधाई। Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-31912557868780015502021-08-13T16:59:55.978+10:002021-08-13T16:59:55.978+10:00प्रकृति के सौंदर्य के साथ ही विकास के नाम पर कटते ...प्रकृति के सौंदर्य के साथ ही विकास के नाम पर कटते जंगल,दरकते पहाड़ जैसे प्रकृति के क्रोध को अभिव्यक्त करते सुंदर ताँका।हार्दिक बधाई भीकम सिंह जी।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-29819671606746135482021-08-13T15:38:36.715+10:002021-08-13T15:38:36.715+10:00वाह ।वाह ।Rajesh bharti Haryanahttps://www.blogger.com/profile/14709292024667557729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-52197575813314403922021-08-13T15:14:50.300+10:002021-08-13T15:14:50.300+10:00सुंदरसुंदरUpmahttps://www.blogger.com/profile/05528958838533434438noreply@blogger.com