tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post7055655841080351764..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: 831Unknownnoreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-79410387314665914152018-10-10T22:44:29.311+11:002018-10-10T22:44:29.311+11:00आदरणीय काम्बोज जी बहुत ही प्यारी कविता विवशता की छ...आदरणीय काम्बोज जी बहुत ही प्यारी कविता विवशता की छटपटाहट भरी सुन्दर कविता।<br /><br />सुरँगमा जी की प्रेम भरी उम्दा कविता,<br /><br />आप दोनों को बधाई बहुत - बहुत।nirdesh nidhihttps://www.blogger.com/profile/12047741345596413281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-63737344440617243152018-09-21T22:37:42.041+10:002018-09-21T22:37:42.041+10:00पराधीन आकुल-व्याकुल मन और प्रेम का सरल स्वर लिए दो...पराधीन आकुल-व्याकुल मन और प्रेम का सरल स्वर लिए दोनों रचनाएँ बहुत सुन्दर हैं , हार्दिक बधाई !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-91203451970155851682018-09-21T03:24:28.626+10:002018-09-21T03:24:28.626+10:00एक उम्दा सृजन पढ़ने का सौभाग्य यूँ ही बना रहे यही ...एक उम्दा सृजन पढ़ने का सौभाग्य यूँ ही बना रहे यही मनोकामना है ।नमन आदरणीय सर!! बहुत खूब<br /><br />डॉ यादव जी बेहतरीन लेखनी को नमनDr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-64797284014193036272018-09-18T19:15:24.090+10:002018-09-18T19:15:24.090+10:00जब ह्रदय यूँ बेबस महसूस करे, तो जो बेचैनी होती है,...जब ह्रदय यूँ बेबस महसूस करे, तो जो बेचैनी होती है, उसकी पीड़ा बड़ी भयानक होती है | बहुत सार्थक सृजन आदरणीय काम्बोज जी का...| मेरी हार्दिक बधाई इस मर्मस्पर्शी रचना के लिए |<br /><br />आदरणीया सुरंगमा जी, बहुत खूबसूरत लिखा है आपने | मेरी ढेरों बधाई |प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-32799022812252515912018-09-10T09:41:52.451+10:002018-09-10T09:41:52.451+10:00Bahut gahan abhivyjti hai aap dono ko bahut bahut ...Bahut gahan abhivyjti hai aap dono ko bahut bahut badhaiDr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-42090399668519582662018-09-09T13:43:12.955+10:002018-09-09T13:43:12.955+10:00आप सबका बहुत आभार।आप सबका बहुत आभार।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-11910586088736954322018-09-07T21:38:46.992+10:002018-09-07T21:38:46.992+10:00बेबसी का मार्मिक चित्रण बेहद सुंदर। बहुत बधाई भाईस...बेबसी का मार्मिक चित्रण बेहद सुंदर। बहुत बधाई भाईसाहब।<br />प्रेम भावों से सज्जित बहुत सुंदर चोका। सुरंगमा जी बहुत बधाई।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-26776359474213110052018-09-07T17:58:19.817+10:002018-09-07T17:58:19.817+10:00व्थथित मन का मार्मिक चित्रण। बहुत सुंदर,बधाई भैया।...व्थथित मन का मार्मिक चित्रण। बहुत सुंदर,बधाई भैया। <br />सुरंगमा जी प्रेम की उत्कंठा लिए सुंदर चोका।बधाई<br />Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-54040103047863138022018-09-07T15:49:35.013+10:002018-09-07T15:49:35.013+10:00आदरणीय सुरेन्द्र वर्मा जी,कविता जी,विभा जीआप सब के...आदरणीय सुरेन्द्र वर्मा जी,कविता जी,विभा जीआप सब के प्रति हृदय तल से आभारी हूँ। <br />आदरणीय भाई काम्बोज जी का लेखन भावनाओं को उद्वेलित करने वाला होता है । अति सुंदर ।dr.surangma yadavhttps://www.blogger.com/profile/02341987635896388089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-70550598438022050512018-09-07T15:14:07.498+10:002018-09-07T15:14:07.498+10:00जहां काम्बोज जी ने पराधीनता का बहुत मार्मिक चित्रण...जहां काम्बोज जी ने पराधीनता का बहुत मार्मिक चित्रण किया ही वहीं सुरंगमा जी ने प्रेमिल भावनाओं को बड़ी सुन्दरता से उकेरा है | बधाई | सुरेन्द्र वर्मा |Dr. Surendra Vermahttps://www.blogger.com/profile/13753374658019625358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-69630185546717955222018-09-07T13:52:10.426+10:002018-09-07T13:52:10.426+10:00प्रिय कविता जी और बहन विभा जी ने मेरे सृजन को समझ...प्रिय कविता जी और बहन विभा जी ने मेरे सृजन को समझा और सराहा , इसके लिए अनुगृहीत हूँ.rameshwar kambojhttps://www.blogger.com/profile/03515047042323213496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-10822701212546543632018-09-07T13:23:11.122+10:002018-09-07T13:23:11.122+10:00आ.हिमांशु भाई का संवेदनशील सृजन मुझे सदा भाता है ।...आ.हिमांशु भाई का संवेदनशील सृजन मुझे सदा भाता है ।बहुत सुन्दर । बधाई भाई ।<br />सुरंगमा जी के लगाव का बहुत सुन्दर सृजन । बधाई ।Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-6093520277558256692018-09-07T13:22:26.387+10:002018-09-07T13:22:26.387+10:00आ.हिमांशु भाई का संवेदनशील सृजन मुझे सदा भाता है ।...आ.हिमांशु भाई का संवेदनशील सृजन मुझे सदा भाता है ।बहुत सुन्दर । बधाई भाई ।<br />सुरंगमा जी के लगाव का बहुत सुन्दर सृजन । बधाई ।Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-12001179854779493272018-09-07T09:23:34.242+10:002018-09-07T09:23:34.242+10:00 BhattSeptember 7, 2018 at 9:22 AM
आदरणीय काम्बोज ... BhattSeptember 7, 2018 at 9:22 AM<br />आदरणीय काम्बोज जी ने एक विवश छटपटाते मन की व्यथा को अति संवेदित ढंग से मार्मिक शब्द विन्यास में प्रस्तुत किया तथा आदरणीया सुरंगमा जी ने एक प्रेमपूर्ण रचना द्वारा रोमाञ्चित किया। दोनों रचनाकारों को बधाईनीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.com