डॉ.पूर्णिमा राय,अमृतसर
1
कृष्ण मुरारी
हरो तम जग का
ब्रज के जैसा
पूजन गोवर्धन
मंगल कामनाएँ!!
कृष्ण मुरारी
हरो तम जग का
ब्रज के जैसा
पूजन गोवर्धन
मंगल कामनाएँ!!
2
निहारे राह
पदचाप सुनते
तेरे आने की
महँगाई की मार
ओलावृष्टि की भाँति!!
निहारे राह
पदचाप सुनते
तेरे आने की
महँगाई की मार
ओलावृष्टि की भाँति!!
3
मानव धर्म
सजी मानवीयता
तुम्हारे संग
हृदय कपाट पे
निश्चल प्रेम कृष्णा!!
मानव धर्म
सजी मानवीयता
तुम्हारे संग
हृदय कपाट पे
निश्चल प्रेम कृष्णा!!
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जवाब देंहटाएंगोवर्धन पूजा के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण से संसार को सारे उत्पीड़नों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना आपके मानवीय दृष्टिकोण को दर्शा रही है सुंदर भाव, पूर्णिमा जी बधाई |
पुष्पा मेहरा
आभार आ. पुष्पा जी
हटाएंसुन्दर सृजन पूर्णिमा जी !
जवाब देंहटाएंभगवान कृष्ण के प्रति पावन भाव को नमन !!!
बधाई आपको !!!
आभार ज्योत्सना जी
हटाएंआभार ज्योत्सना जी
हटाएंभावपूर्ण सृजन पूर्णिमा जी...बधाई!
जवाब देंहटाएंपूर्णिमा जी बहुत सुंदर सृजन ..हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंबढिया सारे
जवाब देंहटाएंसुन्दर सृजन ..बधाई पूर्णिमा जी !
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण सृजन पूर्णिमा जी...हार्दिक बधाई!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...मेरी बधाई...|
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