रेनु चन्द्रा
1
सावन आया
इन्द्रधनुष छाया
सात रंगों से
रंगीन हुआ नभ
देख हर्षाया मन।
1
सावन आया
इन्द्रधनुष छाया
सात रंगों से
रंगीन हुआ नभ
देख हर्षाया मन।
2
मन में छाई
घटा घनघोर- सी
जब बरसी
दु:ख की धरती- सा
मन भीगता रहा ।
-0-
मन में छाई
घटा घनघोर- सी
जब बरसी
दु:ख की धरती- सा
मन भीगता रहा ।
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मन भीगता रहे .... सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ......
जवाब देंहटाएंमन में छाई
घटा घनघोर- सी
जब बरसी
दु:ख की धरती- सा
मन भीगता रहा ।.....मन को छू गया ....!
तांका के लिए बधाई !डॉ सरस्वती माथुर
जवाब देंहटाएंsundar bhav badhai...
जवाब देंहटाएंसूंदर भावाभिव्यक्ति ! बधाई रेनु चन्द्रा जी !
जवाब देंहटाएंBeautiful words, nicely written!
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