रविवार, 11 नवंबर 2012

दीप एक प्यार का


1-डॉ सरस्वती माथुर
1
देहरी जले
दीप एक प्यार का
नेह मनुहार का
पाहुन आ
साँझ घर हमारे
वक्त है शृंगार का .

2-मंजु गुप्ता
1
करें उजाला 
जलाएँ क्रांतिदीप 
प्रकाश हो दिलों में 
प्रेम - साँच को 
अपनाएँगे जब
निखरेगा जीवन ।
-0-

3 टिप्‍पणियां:

  1. "देहरी जले

    दीप एक प्यार का
    नेह मनुहार का ....."बहुत ही सुंदर सेदोका दीप पर्व पर ... सरस्वती माथुर जी और मंजू जी दोनों लेखिकाओं को बधाई!
    स्वाति

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  2. "नेह तथा मनुहार के दीप " बहुत सुन्दर बिम्ब हैं सरस्वती जी | बधाई |
    क्रान्तिदीप से जीवन निखरेगा --सुन्दर सकारात्मक सोच | बधाई मंजू जी |

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  3. सुंदर सेदोका दीप पर्व पर.दोनों लेखिकाओं को बधाई! ...

    Rekha

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