रविवार, 20 जनवरी 2013

तुम्हारी याद


सुभाष लखेड़ा 
1
तुम्हारी याद 
सुबह और शाम 
उम्र तमाम 
सदा  रहेगी  संग
देगी  हमें  उमंग । 
2
वक़्त के साथ 
धुँधली नहीं होगी 
तुम्हारी याद 
तुम आते रहना  
यही है फ़रियाद ।  
-0-

4 टिप्‍पणियां: