डॉ हरदीप कौर सन्धु
1 .
ये मधुर मुलाकातें
गूँगी ख़ामोशी
करती जीभर बातें।
2 .
टूटी मन की पायल
ख़ामोश निगाहें
हर इक दिल है घायल।
3 .
चन्दा छुपके रोता
यादों का साया
जब इस दिल पर होता।
4 .
ये घोर उदासी है
आँसू पीकरके
रूहें फिर प्यासी हैं।
5.
प्यार सभी द्वार मिले
आज दुआ मेरी
प्रभु चैन करार मिले।
(महिया -संग्रह = पीर भरा दरिया )
1 .
ये मधुर मुलाकातें
गूँगी ख़ामोशी
करती जीभर बातें।
2 .
टूटी मन की पायल
ख़ामोश निगाहें
हर इक दिल है घायल।
3 .
चन्दा छुपके रोता
यादों का साया
जब इस दिल पर होता।
4 .
ये घोर उदासी है
आँसू पीकरके
रूहें फिर प्यासी हैं।
5.
प्यार सभी द्वार मिले
आज दुआ मेरी
प्रभु चैन करार मिले।
(महिया -संग्रह = पीर भरा दरिया )
दर्द में भी मिठास होती है क्योकि ये हमें परमात्मा से जोड़ने की क्षमता रखता है ,आपके महिया दर्द से दुआ के सफर की कथा सुना रहे हैं जो रूह को सुकून दे रहे हैं । सभी बड़े ही प्यारे पर "प्यार सभी द्वार मिले " बहुत खूबसूरत हरदीप जी ! आपको ढेरों शुभकानाएँ !
जवाब देंहटाएंअपना दर्द कहते सब के लिये दुआ करते सभी माहिया अच्छे लगे हरदीप जी ।सब की झोली में प्यार पहुँचाते । क्या कहने सब के लिये दुआ करने वाले विरले ही होते हैं । शुभ कामनायें और बधाई स्वीकार करें ।
जवाब देंहटाएंहरदीप सन्धु जी के सभी माहिया हृदय को स्पर्श करने वाले हैं। आशा है आपके और भी माहिया पाठकों तक पहुंचेंगे।
जवाब देंहटाएं-रामेश्वर काम्बोज
प्यार सभी द्वार मिले
जवाब देंहटाएंआज दुआ मेरी
प्रभु चैन करार मिले।
सभी लाजवाब माहिया , लेकिन यह संदेशात्मक विशेष है क्योंकि प्यार से संसार है प्यार से सब जुड़ जाते हैं .
बधाई
जवाब देंहटाएंसभी माहिया मन को छू रहे हैं,सभी को प्यार मिलने की दुआ माँगता हाइकु संवेदनशील मन की आवाज़ है जो आपके उदार व्यक्तित्व की परिचायक है और इस स्वार्थी मन की निजता से परे परहित को भी सोचता है|बहन हरदीप जी बधाई|
पुष्पा मेहरा
सारे माहिया बहुत ही खूबसूरत।
जवाब देंहटाएंये मधुर मुलाकातें
गूँगी ख़ामोशी
करती जीभर बातें।
विशेष अच्छा लगा। बधाई हरदीप जी को।
सभी माहिया मर्मस्पर्शी।
जवाब देंहटाएंप्यार सभी द्वार मिले
आज दुआ मेरी
प्रभु चैन करार मिले।
दुआओं से बुना यह माहिया बेहद अच्छा लगा...हरदीप जी हार्दिक बधाई।
हरदीप जी सभी माहिया बहुत अच्छे लगे ।मन की पीर छुपाते और माहिया सृजन द्वारा दर्शाते हैं।हार्दिक शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंबेहद भाव पूर्ण माहिया !
जवाब देंहटाएंगूँगी खामोशी की बातें और दुआ मेरी बहुत ही अच्छे लगे ...सुन्दर सृजन की हार्दिक बधाई ..
बहुत शुभ कामनाएँ !
सभी माहिया ख़ूबसूरत ।बधाई
जवाब देंहटाएंਵਧੀਆ
जवाब देंहटाएंसभी ह्रदयस्पर्शी माहिया व मार्मिक । बधाई हरदीप जी ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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जवाब देंहटाएंsundar mahiya meri badhai...
जवाब देंहटाएंसभी माहिया बहुत सुन्दर हैं, पर ये वाला कुछ ज़्यादा ही भाया...
जवाब देंहटाएंचन्दा छुपके रोता
यादों का साया
जब इस दिल पर होता।
मेरी हार्दिक बधाई...|