1-ताँका
1
जीवन तेरा
निर्मल जल- धारा
बहता रह
जग है तेरा सारा
हो विस्तार किनारा ।
2
माँ मत रूठो
मैं हूँ बालक प्यारा
आँखों का तारा
थोड़ा हूँ नटखट
पर राजदुलारा ।
-0-
2-(चोका)
सुनीता काम्बोज
काली चादर लिये
फिरती रही
रँगरेज न मिला
रँग दे इसे
लाल,नारंगी,हरा
दर्पण देखा
अचरज क्यों हुआ
जानती थी वो
काले रंग पर क्या
चढ़ पाया है
कोई दूसरा रंग
कुदरत ने
उस पर सजाए
स्वर्णिम तारे
रात खिलखिलाई
तृप्ति मन ने पाई।
-0-
बहुत सुंदर चोका बना है सुनीता जी।
जवाब देंहटाएंसुषमा जी के नटखट ताँका भी अच्छे लगे।
सुंदर हाइकु और रात की छटा बिखराता चोका !!
जवाब देंहटाएंसुषमा स्वागत है। ताँका,हाइकु बहुत सुंदर। बधाई।
जवाब देंहटाएंसुनीता खूबसूरत चोका के लिए बधाई।
beutiful
जवाब देंहटाएंसुषमा अभिनंदन परिवार में । सुन्दर ताँका सुषमा जी । सुनीता जी बहुत सुन्दर चौका फना है आप दोनों को बधाई ।
जवाब देंहटाएंBeautiful creations..
जवाब देंहटाएंआप सबने टिप्पणी से मेरा हौंसला बढ़ाया आप सबकी ह्रदय से आभारी हूँ ।
जवाब देंहटाएंमेरे सृजन को त्रिवेणी ब्लॉग पर स्थान देने के लिए समस्त सम्पादन मण्डल का सादर आभार ।
सुषमा जी बहुत सुंदर ताँका ।..हार्दिक बधाई
beutiful
जवाब देंहटाएंअत्यंत सुन्दर तांका और चोका पढ़कर मन प्रफुल्लित हुआ |दोनों रचनाकारों को हार्दिक बधाई |
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत स्वागत आपका सुषमा जी!!
जवाब देंहटाएंप्यारी रचनाएँ मन को प्रसन्नता देती हैं !
अत्यंत सुन्दर तांका और चोका !!
सुषमा जी , सुनीता जी ..... हार्दिक बधाई!
खूबसूरत चोका सुनीता जी
जवाब देंहटाएंसहज अभिव्यक्ति डॉ.सुषमा जी
सुंदर ताँका एवं चोका !
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई सुषमा जी व सुनीता जी!!!
~सादर
अनिता ललित
मन को प्रसन्नता से भरता हुआ दोनों रचनाकारों का सृजन बहुत मोहक है !
जवाब देंहटाएंसुषमा जी एवं सुनीता जी को हार्दिक बधाई !!
बहुत शुभकामनाओं के साथ
ज्योत्स्ना शर्मा
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 27-04-2017 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2624 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
Waaaah bahut hi umda prastuti .....
जवाब देंहटाएंखूबसूरत चोका
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर तांका और चोका है...हार्दिक बधाई आप दोनों को...|
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
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