शुक्रवार, 16 जून 2017

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सेदोका
1-भावना सक्सैना
1
बदला नहीं
वो जमाने के संग
हर रंग बेरंग,
कहता रहा
जो भी हो दस्तूर
मिलना है रूर।
2
सुधि- निर्झर
बहता कल -कल
सहलाता है मन,
वेदना- सिक्त
दुष्कर से क्षणों में
बनता आलंबन।
3
यादों के मोती
भरे दिल के सीप
कितने ही सालों से,
यादें सरल
निष्कपट, दूर है
जग की चालों से।
4
जीवन -संध्या
विश्लेषण के पल
अनुभव के बोरे,
विचारमग्न,
दूर चले कितने
रहे फिर भी कोरे।
5
जीवन -माला
गुज़रते वर्ष हैं
मनके सुनहरे,
मन के धागे
नित रहें  बाँधते
नूतन संगी मेरे।
-0-
ताँका
सुनीता काम्बोज
1

पगला मन
आशाओं का खिलौना
खेलता रहा
भ्रम के ही तूफान
नित झेलता रहा ।
2
कानन घना
तम और सन्नाटा
पसरा रहा
जीवन में सभी तो
बिन बोले ही कहा
3
पूर्ण आशाएँ
तृप्त हर सपना
तृष्णा संन्यासी
माया रही अछूती
फिर क्यों ये उदासी ?
4.
अबूझ लगी
पहेली जीवन की
करूँ प्रयास
सुलझेगी ज़रूर
मन  में बची आस
5
रूप है रोया
मार कर दहाड़
किस्मत हँसी
होठों पर मुस्कान
सिर्फ़ समय जीता ।
6
ज्ञान की बूँद
ह्रदय में बहती
है मिथ्या भ्रम
अभिमान जगाए
खुद के गुण गाए।
7
चिता जलती
यादों की फिर आज
कपट का कफ़न
धू -धू -धूकर जला
प्रपंच छोड़ चला।

-०-                        

15 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर सेदोका और तांका !!
    भावना जी और सुनीता जी को हार्दिक बधाई !!

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  2. भावना जी बहुत सुंदर सदोका... हार्दिक बधाई

    मेरे लिखे ताँका का इस सुंदर ब्लॉग पर स्थान मिला इसके लिए

    त्रिवेणी ब्लॉग के सम्पादक मण्डल की आभारी हूँ ।

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  3. सादर धन्यवाद ज्योत्स्ना जी ..सब आपकी प्रेरणा है सखी

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  4. बहुत सार्थक सेदोका भावना जी आपके । सुनीता जी के ताँका बहुत खूबसूरत । बधाई आप दोनों को ।

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  5. मेरी रचनाओं को यहाँ स्थान देने के लिए हृदय से आभार।
    सभी मित्रों की उत्साहवर्धक टिप्पणियों के लिए बहुत आभारी हूँ।

    सुनीता जी बहुत अचछे तांका रचे हैं आपने।

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  6. बेहतरीन अभिव्यक्ति...सुनीता जी एवं भावना जी

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  7. गुज़रते वर्ष हैं
    मनके सुनहरे,
    मन के धागे
    नित रहें बाँधते

    अति सुंदर भावना जी !

    पगला मन
    आशाओं का खिलौना
    खेलता रहा
    भ्रम के ही तूफान
    नित झेलता रहा ।

    अत्यंत हृदयस्पर्शी !

    भावना जी और सुनीता जी को सुंदर सृजन के लिए बधाई !

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  8. बहुत सुंदर सेदोका तथा तांका।
    भावना जी और सुनीता जी को हार्दिक बधाई।

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  9. भावप्रवण और सुन्दर सेदोका और तांका के लिए आप दोनों को बहुत बधाई...|

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  10. सभी सेदोका बहुत सुन्दर है, बधाई भावना जी.

    सभी ताँका बहुत सुन्दर है, बधाई सुनीता जी.

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  11. बहुत सुन्दर सृजन !!
    भावना जी और सुनीता जी को हार्दिक बधाई !!

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