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1
छू कर तुम्हें
आये महकी हवा
सन्देसा लाए।
2.
प्रेम तुम्हारा
शीतल करे मन,
पा हुए धन्य।
3.
पवन बनूँ
पहुँचूँ तुम तक
जाऊँ न दूर।
4.
छूकर तुम्हें
खुशी से मर जाऊँ
मैं तर जाऊँ।
5.
छू कर तुम्हें
आए जान में जान
जीना आसान।
अति सुंदर कल्पना - हृदय से निकली हैं आवाज़ - मन को छू गयी | अंग्रेज़ी कवि शैली की (वेस्ट विंड ) याद करा दी आपने | बधाई की पात्र है आप | श्याम हिन्दी चेतना
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आपका आदरणीय
हटाएंसुन्दर... रचना|
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार ऋषभ जी
हटाएंबहुत ही भावपूर्ण हाइकु
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई
हार्दिक आभार सत्या जी
हटाएंबहुत सुन्दर भावपूर्ण रचनाएँ । बधाई आपको ।
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार सुरँगमा जी
हटाएंवाह ... लयबद्ध हाइकू ...
जवाब देंहटाएंपढने का आनद अलग ही है इन्हें ... बहुत लाजवाब ...
जी हार्दिक आभार आपका
हटाएंसीधी ,सच्ची, सुदर रचनाएँ!बहुत खूब मंजूषा जी!
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार प्रीति जी
हटाएंबहुत भावपूर्ण हाइकु...हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार कृष्णा जी
हटाएंसुन्दर सृजन मंजूषा जी हार्दिक बधाई |
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार सविता जी
हटाएंबहुत सुंदर भावपूर्ण हाइकु बधाई
जवाब देंहटाएंसादर आभार सुदर्शन दीदी
हटाएंबहुत प्यारे हाइकु...ढेरों बधाई
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार प्रियंका जी
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