सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

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17 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत भावपूर्ण ताँका...हार्दिक बधाई भाईसाहब।

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  2. बहुत सुन्दर और प्यारी रचना है गुरु जी।💐👌

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  3. बहुत सुन्दर और भावपूर्ण ताँका।
    हार्दिक बधाई आदरणीय।

    सादर

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  4. बहुत सुंदर भाव आदरणीय!...आपको अनेकों बधाई!

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  5. अति मार्मिक, आपको हार्दिक बधाई

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  6. भावपूर्ण .….. विरोधाभास प्रतीत हो रहा

    सुंदर सृजन हेतु हार्दिक बधाइयाँ स्वीकार करें ।

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  7. व्यथित मन और उदात्त प्रेम के भावपूर्ण उद्गार,बहुत सुंदर ताँका।नमन

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  8. बहुत सुंदर, भावपूर्ण अभिव्यक्ति। बधाई आपको

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  9. सागर की गहराई और मन की चंचलता के साथ नदी । सबकुछ एक साथ गहरे समेटे हुए - बधाई।

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  10. आपके अमूल्य शब्दों के लिए अनुगृहीत हूँ।
    मेरा सृजन यदि कुछ हैतो वह आपकी प्रेरणा का ही फल है।

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  11. बहुत ही सुंदर भाव हैं भाई कम्बोज जी। हार्दिक बधाई स्वीकारें।

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  12. सुंदर और भावपूर्ण रचनाएँ।बधाई स्वीकारें

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  13. परोक्ष रूप से कर्तव्य बोध कराने वाले दोनों ही ताँका उद्बोधक हैं |भाई जी आपकी लेखनी को नमन |

    पुष्पा मेहरा

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  14. बहुत ही सुंदर एवं भावपूर्ण ताँका ! सादर नमन आदरणीय भैया जी!

    ~सादर
    अनिता ललित

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  15. सुन्दर सुन्दर तांका के लिए ढेरों बधाई

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