1
कुछ खिलौने
उम्र छीन ले गई
कुछ वक़्त ने लूटे,
ख़ाली हाथ हूँ
काश ! कोई लहर
हथेली भर जाए !
-
डॉ• सुधा गुप्ता
2
हिरण बन
न जाने कहाँ गई
वो प्यार भरी बातें
!
छूटते अब
जहर बुझे बाण
जो हरते हैं प्राण।
-डॉ•
भावना कुँअर
3
चुप नदी से
पी लूँ दो बूँद
पानी
बुझे प्यास रूहानी,
यूँ थामे हुए
लहरों का आँचल
मन बहता जाए ।
- डॉ• हरदीप
कौर सन्धु
4
हज़ारों मिले
पथ में मीत हमें
चुपके से खिसके,
तुम-सा न था
साथ निभाने वाला,
लौटके आने वाला ।
-रामेश्वर
काम्बोज ‘हिमांशु’
5
इन तारों में
होगा छुपा उसका
नन्हा तारा भी कहीं ,
सोचके यही
होगा छुपा उसका
नन्हा तारा भी कहीं ,
सोचके यही
नभ तकती रही
सारी रात एक माँ ।
सारी रात एक माँ ।
-रचना श्रीवास्तव
सभी सेदोका एक से बढ़कर एक !:)
जवाब देंहटाएं~सादर !
सभी बेहतरीन सेदोका...शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंसभी भावपूर्ण सेदोका के लिए रचनाकारों को बधाई...पढ़वाने के लिए आभार!!
जवाब देंहटाएंबेजोड़ सेदोका ... एक से बाद कर एक .. सादर आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंसभी लाजवाब....
सादर
अनु
sabhi sedoka behatarin ....sabhi ko badhai
जवाब देंहटाएंबहुत गहरे तक मन को छू लेने वाले सेदोका ....बहुत बधाई एवं धन्यवाद !!
जवाब देंहटाएंसादर ...ज्योत्स्ना
सभी सेदोका बहुत भावपूर्ण हैं आप सभी को हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंSabhi ka aabhaar...
जवाब देंहटाएंkya baat hai...bahut badhayi...
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