शनिवार, 27 मार्च 2021

963 माहिया

 रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'



6 टिप्‍पणियां:

Sudershan Ratnakar ने कहा…

बहुत सुंदर माहिया।

मंजूषा मन ने कहा…

अति सुंदर... मनभावन माहिया आदरणीय रामेश्वर सर

हार्दिक बधाई

Krishna ने कहा…

बहुत सुंदर मनमोहक माहिया...हार्दिक बधाई भाईसाहब।

Anita Manda ने कहा…

पतझर था मन में
तुम बनकर फूल खिले।

बहुत सुंदर, सुकोमल माहिया। बधाई आदरणीय।

बेनामी ने कहा…

बहुत ही मनभावन माहिया।
हार्दिक बधाई आदरणीय।

सादर

Jyotsana pradeep ने कहा…

कितने युग बाद मिले
पतझर था मन में
तुम बनकर फूल खिले।

लाजवाब!

प्रेम से उपजे दर्द को बड़ी ख़ूबसूरती से अपने में समाहित करते बेहद भावपूर्ण माहिया। हार्दिक बधाई भैया जी।🙏