मीनू खरे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मीनू खरे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 31 अगस्त 2020

933-यादें


यादें
मीनू खरे

काले गहरे 
साँसों पे भी पहरे 
है मुलाक़ात 
अब नामुमकिन 
तू ऐसा कर !
ख़्वाब में  के मिल...
याद करके 
सो गई हूँ मैं तुझे
रोज़ की तरह ही!!!