विभा रश्मि
1
1
नव पल्लव फूटे हैं
शाखाओं ने भी
सजवाए बूटे हैं।
2
मधुपायी ने पी है
फूलों की हाला
फुलवारी से दी है ।
3
जोगी मन मेरा है
मन के आँगन में
प्रियतम का डेरा है ।
4
पत्तों पे फिसली हैं
शबनम के मोती
सब सच्चे असली हैं ।
शाखाओं ने भी
सजवाए बूटे हैं।
2
मधुपायी ने पी है
फूलों की हाला
फुलवारी से दी है ।
3
जोगी मन मेरा है
मन के आँगन में
प्रियतम का डेरा है ।
4
पत्तों पे फिसली हैं
शबनम के मोती
सब सच्चे असली हैं ।
5
झिलमिल चुनरी तोरी
शरमाई जब थी
सजना तुझ से गोरी ।
6
ये दिल गुनगुन गाता
झिलमिल चुनरी तोरी
शरमाई जब थी
सजना तुझ से गोरी ।
6
ये दिल गुनगुन गाता
भीगा बरखा में
तू याद सदा आता।
7
रिमझिम बारिश बरसी
पी कब आएँगे
मन भीगा, मैं तरसी ।
8
बालम मीठी बतियाँ
तेरी रस भीगी
भूली सूनी रतियाँ ।
7
लहरों के रेले हैं
आते जाते पल
दुनिया के मेले हैं ।
8
माँ की बाँहों का है
लोरी का पलना
आँचल चाहों का है ।
9
मखमल -सा मन तेरा
मुझ से बतियाता
सूरज और सवेरा ।
10
चल नौकायन सजनी
सागर में चाँदी
घोले रूपा रजनी ।
11
7
रिमझिम बारिश बरसी
पी कब आएँगे
मन भीगा, मैं तरसी ।
8
बालम मीठी बतियाँ
तेरी रस भीगी
भूली सूनी रतियाँ ।
7
लहरों के रेले हैं
आते जाते पल
दुनिया के मेले हैं ।
8
माँ की बाँहों का है
लोरी का पलना
आँचल चाहों का है ।
9
मखमल -सा मन तेरा
मुझ से बतियाता
सूरज और सवेरा ।
10
चल नौकायन सजनी
सागर में चाँदी
घोले रूपा रजनी ।
11
मेघों का मुकुट लगा
सज बरखा रानी
पी तो है प्रेम पगा।
सज बरखा रानी
पी तो है प्रेम पगा।
-0-
Vibharashmi31@gmail.com
09414296536
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