गुरुवार, 24 जून 2021

975-चोका

 कृष्णा वर्मा



10 टिप्‍पणियां:

श्याम त्रिपाठी ने कहा…

कृष्णा जी ,

आपका चौका पढकर मन प्रफुल्लित हुआ |एक आशावादी लहर उठी हृदय में आपकी रचना पढकर ! हृदय से निकली यह रचना हृदय को स्पर्श कर गयी | अति सुंदर | श्याम त्रिपाठी -हिन्दी चेतना

Anita Manda ने कहा…

बहुत सुंदर लय बन रही है पढ़ने में। बहुत बधाई आपको।

Sudershan Ratnakar ने कहा…

बहुत सुंदर। बहुत बहुत बधाई आपको।

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

आदरणीय त्रिपाठी जी से पूर्णतः सहमत, बेहद खूबसूरत चोका!....कृष्णा जी को ढेरों बधाई!

शिवजी श्रीवास्तव ने कहा…

मधुर गीत सा आनन्द देता सुंदर चोका।बधाई कृष्णा जी।

नंदा पाण्डेय ने कहा…

बहुत उम्दा अभिव्यक्ति👌

सविता अग्रवाल 'सवि' ने कहा…

कृष्णा जी के मनभावन चोंका ने वाक़ई मन मोह लिया । इस रचना के लिए कृष्णा जी को हार्दिक बधाई।

Rashmi Vibha Tripathi ने कहा…

स्मृतियों का मोही वसंत।

वाह! मनमोहक चोका।
हार्दिक बधाई आदरणीया।

सादर
रश्मि विभा त्रिपाठी 'रिशू'

डॉ. जेन्नी शबनम ने कहा…

बहुत सुन्दर और अनुपम चोका. बधाई कृष्णा जी.

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

बहुत सुन्दर चोका, मेरी बधाई कृष्णा जी