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1
छू कर तुम्हें
आये महकी हवा
सन्देसा लाए।
2.
प्रेम तुम्हारा
शीतल करे मन,
पा हुए धन्य।
3.
पवन बनूँ
पहुँचूँ तुम तक
जाऊँ न दूर।
4.
छूकर तुम्हें
खुशी से मर जाऊँ
मैं तर जाऊँ।
5.
छू कर तुम्हें
आए जान में जान
जीना आसान।
20 टिप्पणियां:
अति सुंदर कल्पना - हृदय से निकली हैं आवाज़ - मन को छू गयी | अंग्रेज़ी कवि शैली की (वेस्ट विंड ) याद करा दी आपने | बधाई की पात्र है आप | श्याम हिन्दी चेतना
सुन्दर... रचना|
बहुत ही भावपूर्ण हाइकु
हार्दिक बधाई
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचनाएँ । बधाई आपको ।
वाह ... लयबद्ध हाइकू ...
पढने का आनद अलग ही है इन्हें ... बहुत लाजवाब ...
सीधी ,सच्ची, सुदर रचनाएँ!बहुत खूब मंजूषा जी!
बहुत भावपूर्ण हाइकु...हार्दिक बधाई
सुन्दर सृजन मंजूषा जी हार्दिक बधाई |
बहुत सुंदर भावपूर्ण हाइकु बधाई
बहुत प्यारे हाइकु...ढेरों बधाई
हार्दिक आभार आपका आदरणीय
हार्दिक आभार ऋषभ जी
हार्दिक आभार सत्या जी
हार्दिक आभार सुरँगमा जी
जी हार्दिक आभार आपका
हार्दिक आभार प्रीति जी
हार्दिक आभार कृष्णा जी
हार्दिक आभार सविता जी
सादर आभार सुदर्शन दीदी
हार्दिक आभार प्रियंका जी
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