1-विभा रश्मि
1
लहराता नद गाए
तट हैं रेतीले
सोनल उनके साए ।
2
झीलों का नीला जल
उतरे परबत भी
जल में होती हलचल ।
3
बादल की नैया है
घूमे हैं परियाँ
पिय इंद्र खिवैया है ।
4
बरखा धीरे आना
जितना पास बचा
सूनापन ले जाना ।
5
सोनल उनके साए ।
2
झीलों का नीला जल
उतरे परबत भी
जल में होती हलचल ।
3
बादल की नैया है
घूमे हैं परियाँ
पिय इंद्र खिवैया है ।
4
बरखा धीरे आना
जितना पास बचा
सूनापन ले जाना ।
5
मीठी सी मनुहारें
छुटपन की यादें
वो भोली तकरारें ।
छुटपन की यादें
वो भोली तकरारें ।
6
झिलमिल पानी चिलके
नदिया का दिल भी
खुश लाली से मिलके ।
7
गोरी तो तितली है
देखे साजन को
पनघट पे फिसली है ।
-0-
2- सुनीता
काम्बोज
1
हर आखर में तू है
चिट्टी से आती
गाँवों की
खुशबू है ।
2
तारों की रात नहीं
तंग शहर में वो
गाँवों- सी बात नहीं
3
बस नेह बरसता है
गाँवो में अब भी
अपनापन बसता है ।
-0-
20 टिप्पणियां:
झीलों का जल , तितली गोरी , गाँवों की खुशबू और नेह से भरे माहिया बहुत भाए |
आदरणीया विभा दी और सखी सुनीता जी को हार्दिक बधाई !!
bdhiya mahiye.
मीठी -सी मनुहारें
माहिया में ....... बहुत सुंदर !!
मीठी सी मनुहारें
माहिया में ........अति सुंदर !!
नेह बरसाते माहिया !!
सुनीता जी बहुत सुंदर माहिया !!!
हार्दिक बधाई !
बादल की नैया है
घूमे हैं परियाँ
पिय इंद्र खिवैया है ।
बहुत सुंदर विभा जी।
तारों की रात नहीं
तंग शहर में वो
गाँवों- सी बात नहीं
यथार्थ का सुंदर चित्रण।
बढ़िया माहिया। दोनों कवयित्रियों को बधाई !
बहुत सुंदर माहिया !
झीलों का नीला जल
उतरे परबत भी
जल में होती हलचल ।
हर आखर में तू है
चिट्टी से आती
गाँवों की खुशबू है ।
आदरणीया विभा दी और सखी सुनीता जी को हार्दिक बधाई !!
A
आदरणीया विभा जी एवं आदरणीया सुनीता जी आप दोनों ने बहुत ही अच्छा लिखा है।
बहुत ही सुंदर
आदरणीया विभा जी एवं आदरणीया सुनीता जी आप दोनों ने बहुत ही अच्छा लिखा है।
बहुत ही सुंदर
बहुत सुन्दर!
आप सबके स्नेह को नमन ..ह्रदयतल से आप सबकी आभारी हूँ ।..विभा दी बहुत सुंदर सार्थक माहिया
विभा जी और सुनीता जी आपदोनो ने अपनी अपनी रचना को खूबसूरत और सरसता से पाठक के सामने प्रस्तुत किया है बधाई हो |
विभा जी बहुत सुंदर बिम्ब चुना है
बादल की नैया है
घूमे हैं परियाँ
पिय इंद्र खिवैया है ।
सभी सुंदर माहिये।
सुनीता जी यथार्थ चित्रण
तारों की रात नहीं
तंग शहर में वो
गाँवों- सी बात नहीं।
बधाई आप दोनों को
विभा जी,सुनीता जी
क्या कहूँ...लाजवाब
आदरणीया विभा जी एवं प्रिय सुनीता जी बहुत ही सुंदर माहिया। बधाई।
सुंदर माहिया के लिए विभा व सुनीता जी को बधाई |
पुष्पा मेहरा
विभा जी ,सुनीता जी बहुत सुन्दर माहिया के लिए आप दोनों को बहुत बहुत बधाई ।
बहुत सुन्दर माहिया...ढेरों बधाई...|
विभा जी ,सुनीता जी बहुत सुन्दर माहिया के लिए आप दोनों को बहुत बहुत बधाई ।
बहुत सुंदर माहिया आप दोनो को बहुत बधाई।
एक टिप्पणी भेजें