1
लो, विदा हुई
एक और साल की
सोचें -विचारें
कैलेण्डर वॉल की
कुछ नये ढाल की ।
2
अस्त हुआ है
एक वर्ष का सूर्य
दु:ख सहते
नई तारीखें लेके
आओ, फिर बहते ।
3
पुराना वर्ष
प्रश्नों को छोड़ गया
कल के लिए
उदय हुआ नया
ज्यों बदल के लिए ।
4
ठेल -ठालके
जैसे तैसे बीता है
पुराना वर्ष
आओ नये के देखें
विषाद और हर्ष ।
13 टिप्पणियां:
बहुत सुंदर!नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत सुंदर ताँका।
हार्दिक शुभकामनाएँ आदरणीय 🌷💐
सादर
सुंदर हाइकु भीकम सिंह जी, बधाई एवं नववर्ष की शुभकामनाएँ!
क्षमा कीजिये, सुंदर 'तांका'
वाह्ह्ह्ह सर 🌹अत्यंत भव्य सृजन....अद्भुत भाव से परिपूर्ण 🙏🌹
बहुत सुंदर ताँका। बधाई
मेरे ताॅंका प्रकाशित करने के लिए सम्पादक द्वय का हार्दिक धन्यवाद और टिप्पणी करने के लिए आप सभी का हार्दिक आभार, नववर्ष की शुभकामनाओं सहित।
बहुत सुंदर ताँका। नव वर्ष मंगलमय हो !
अच्छे ताँका के लिए भीकम जी को बधाई।
आप सभी के लिए भी नव वर्ष की मंगल कामनाएँ।
बहुत सुंदर तांका...नववर्ष शुभ हो।
नव वर्ष पर बहुत सुन्दर ताँका, बधाई। नव वर्ष की मंगलकामनाएँ!
नववर्ष के बहुत सुन्दर ताँका । हार्दिक बधाई भीकम सिंह जी व
सभी ताँका बहुत पसंद आए, बहुत बधाई
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