रेखा रोहतगी
1
जो उनसे अनबन है
रूठूँ या मानूँ
1
जो उनसे अनबन है
रूठूँ या मानूँ
दिल में ये उलझन है
2
तुमने मारा ताना
तीर धँसा दिल में
तुमने ये कब जाना।
3
जो बात नहीं जँचती
लाख जतन कर लूँ
वो बात नहीं पचती
4
मैं गुस्से में ऐंठी
जाते देख उसे
सब मान भुला बैठी
2
तुमने मारा ताना
तीर धँसा दिल में
तुमने ये कब जाना।
3
जो बात नहीं जँचती
लाख जतन कर लूँ
वो बात नहीं पचती
4
मैं गुस्से में ऐंठी
जाते देख उसे
सब मान भुला बैठी
3 टिप्पणियां:
सुंदर माहिया रेखा जी
प्यार तकरार भरे सुंदर माहिया '
बहुत बधाई !!
beutiful
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