1-ताँका-सुदर्शन रत्नाकर
1
एक चिड़िया
उड़ती आकाश में
गीत सुनाती
ऊँचाइयाँ है छूती
इधर से उधर।
2
सुबह होती
चिड़िया चहकती
मन मोहती
वातावरण देखो
प्रकृति सँवारती ।
3
लगा है मेला
तारों संग निकला
चाँद सलोना
रात भर चमके
भोर ओझल हुए।
4
लो आ गई है
चूनर ओढ़े रात
सितारों वाली
चंदा रहेगा साथ
होने तक प्रभात।
5
चाँद आते हो
गोधूलि ख़त्म होते
तारों के संग
यामिनी को मनाने
गगन को सजाने।
6
चाँद आया था
उजियारा लेकर
मेरे आँगन
पर मैं सोती रही
बंद किए खिड़की।
7
बाल रश्मियाँ
फैलीं जो धरा पर
बजी घंटियाँ
थिरका झील-नीर
स्वागत विहान का।
8
सोया था कल
नभ के आग़ोश में
सिमटकर
सूर्य जगा है आज
धरा जो मुस्काई है।
9
विभिन्न रूप
विभिन्न आकृतियाँ
कैसे लाते हो
सावन में बादल
रंग अनेक तुम।
10
उड़ी आ रही
बादलों की पालकी
बैठी दुल्हन
वर्षा-शृंगार किए
धरती से मिलने।
11
कोसी धूप में
अलसाई दूब पे
चार क़दम
चलें हम साथ में
रास्ता कट जाएगा।
12
सोने -सा रूप
आँगन की धूप का
छुईमुई -सी
शर्माती उतरी है
सिमटी है बाहों में।
13
हो गया शुरू
धरती का उत्सव
हुई जो वर्षा
नहाई है प्रकृति
चहक उठे पक्षी।
14
सोई है धरा
ओढ़ चूनर नीली
आसमान की
चाँद -सितारों वाली
सूरज जगाएगा ।
15
नेह की बूँदे
बरसती आँगन
आता सावन
बजती सरगम
गाते पिक भ्रमर।
-0-
( नई लेखनी)
2-सेदोका -2-नीरू देवी
जब कभी मैं
पुकारता हूँ तुम्हें
चले आते हो तुम
मन - मंदिर
जहाँ भी देखूँ उसे
नज़र आता साथ।
-0-
18 टिप्पणियां:
बहुत सुंदर सेदोका नीरू जी।बधाई
त्रिवेणी में आपका स्वागत है।
अहा!रत्नाकर दीदी के सुंदर, कुछ कोसे, कुछ खनखनाते ताँका पढ़कर मन विभोर हो गया। सभी एक से बढ़कर एक। बधाई दीदी
नीरू जी का सेदोका भी सुंदर। स्वागत आपका।
भावना सक्सैना
वाह ! हृदय प्रसन्न हो गया... बहुत ही सुंदर बेहतरीन ताँका।
हार्दिक बधाइयाँ सुदर्शन जी ।
सुंदर सृजन नीरू जी ....हार्दिक स्वागत एवं शुभकामनाएँ
शुक्रिया जी��
शुक्रिया जी
बहुत सुन्दर सुन्दर ताँका, बधाई रत्नाकर जी.
सुन्दर सेदोका के लिए नीरू जी को बधाई.
भावना, पूर्वा जी, जेन्नी जी हार्दिक आभार
सुन्दर पंक्तियाँ
🙏
बहुत सुंदर ताँका और सेदोका।आप दोनों को हार्दिक बधाई।🙏
बहुत सुंदर ताँका है रत्नाकर जी
नीरू जी का सेदोका भी बहुत अच्छा लगा...।
आप दोनों को हार्दिक बधाई...।
बहुत सुंदर ताँका ...एक से बढ़कर एक और सेदोका भी प्यारा लगा,आद.दीदी और नीरू जी को हार्दिक बधाई !!
बहुत सुंदर ताँका ...एक से बढ़कर एक और सेदोका भी प्यारा लगा,आद.दीदी और नीरू जी को हार्दिक बधाई !!
बहुत सुंदर ताँका ...एक से बढ़कर एक और सेदोका भी प्यारा लगा,आद.दीदी और नीरू जी को हार्दिक बधाई !!
सुंदर दृश्य उकेरते ताँका एवं मनमोहक सेदोका!
हार्दिक बधाई आदरणीया सुदर्शन दीदी जी एवं नीरू जी!!!
~सादर
अनिता ललित
सुन्दर सृजन हेतु हार्दिक बधाई।
सुन्दर सृजन हेतु हार्दिक बधाई।
डॉ कविता भट्ट 'शैलपुत्री'
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