ताँका-चोका- सेदोका -माहिया-हाइबन
1-सेदोका
डॉ. कविता भट्ट
1
तू वृक्ष बन
तो मैं लता बनूँगी
तू चिट्ठी बन जाना
पता बनूँगी
तू बन सजा कोई
मैं ही खता बनूँगी।
-0-
अच्छा सेदोका-बधाई।
कितनी प्यारी अभिव्यक्ति, बहुत बधाई कविता जी
बहुत प्यारा....
वाह,अनुपम।वृक्ष के साथ लता,चिट्ठी के साथ पता,सजा के साथ खता.. प्रीति की अभिन्नता का बेजोड़ सेदोका।डॉ. कविता जी को बधाई।
वाह लाजवाब ।हार्दिक बधाई । विभा रश्मि
बहुत ख़ूब, सुंदर। सुदर्शन रत्नाकर
बहुत खूबसूरत, आपको बधाई कविता जी!
पावन प्रेम की सहज सी चाह लिए बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति । बधाई डॉ कविता।
बहुत खूबसूरत भाव. बधाई कविता जी.
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9 टिप्पणियां:
अच्छा सेदोका-बधाई।
कितनी प्यारी अभिव्यक्ति, बहुत बधाई कविता जी
बहुत प्यारा....
वाह,अनुपम।वृक्ष के साथ लता,चिट्ठी के साथ पता,सजा के साथ खता.. प्रीति की अभिन्नता का बेजोड़ सेदोका।डॉ. कविता जी को बधाई।
वाह लाजवाब ।हार्दिक बधाई ।
विभा रश्मि
बहुत ख़ूब, सुंदर। सुदर्शन रत्नाकर
बहुत खूबसूरत, आपको बधाई कविता जी!
पावन प्रेम की सहज सी चाह लिए बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति । बधाई डॉ कविता।
बहुत खूबसूरत भाव. बधाई कविता जी.
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