ताँका
1-रेखा रोहतगी
1-रेखा रोहतगी
1
पूनो की रात
होली का है त्योहार
आँखों में प्यार
अंग लगे सजनी
जगमग रजनी ।
2
करे कन्हैया
होली के बहाने
से
जो छेड़खानी
रूठी है राधारानी
मनाने से न मानी ।
3
श्याम -रंग में
रंगी जो चुनरिया
होली तो होली
दूजा रंग चढ़ा ना
बीती उमरिया ।
4
होती थीं कभी
रंगों की बरसातें
तेरी बातों से
भीग जाता था मन
आज भीगी है आँखें ।
-0-
2-अनिता ललित
2-सेदोका
2-सेदोका
1
पूनम रात
रुपहली चाँदनी
आँखों में भर कर
हौले से चली-
लिए याद-पालकी
जो छल से छलकी।
2
भर दे कोई
दिल की पिचकारी-
रंगीं सपनों वाली
जो हुई खाली
बीते बरस कई
ये सूखी फुलवारी।
6 टिप्पणियां:
बहुत मनमोहक सेदोका---रेखा रोहतगी जी, अनीता ललित जी होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
bahut sunder!
होली के रंग रंगे सभी ताँका !
आप सभी को होली की रंगभरी शुभकामनाएँ!
~सादर
अनिता ललित
आप सभी को होली की मंगलकनाएँ
सादर , साभिनन्दन
रेखा रोहतगी
होती थीं कभी
रंगों की बरसातें
तेरी बातों से
भीग जाता था मन
आज भीगी है आँखें ।
bahut khub!
भर दे कोई
दिल की पिचकारी-
रंगीं सपनों वाली
जो हुई खाली
बीते बरस कई
ये सूखी फुलवारी।
bahut sundar...
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