मंगलवार, 5 सितंबर 2023

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 परिचय

प्रीति अग्रवाल



कौन हो तुम?
अपना परिचय
देना चाहोगी
जब उसने पूछा
पल भर को
अवाक, मौन रही
जटिल प्रश्न
अटपटा उत्तर
साधारण हूँ
सादगी पसन्द हूँ
थोड़े में खुश
मिल-बाँट रहती
कैसे हों दिन
नदिया सी बहती
अपने मानूँ
सबके सुख-दुःख
न प्रतिस्पर्धा,
बैर मन में रखा
प्रभु की कृपा
आशीष बहुत हैं
परिचय ये
संक्षिप्त, बहुत है
अनोखी तुम
वो हँसकर बोला-
ऐसी रहना
असाधारण दौर
सभी सयाने
यूँ साधारण होना
बड़ी खास बात है!!
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11 टिप्‍पणियां:

भीकम सिंह ने कहा…

👍

बेनामी ने कहा…

प्रीति अग्रवाल जी का सुंदर चोका । हार्दिक बधाई ।
विभा रश्मि

बेनामी ने कहा…

बहुत बढ़िया सादगी में रचा बसा चोका है प्रीति को हार्दिक बधाई। सविता अग्रवाल “सवि”

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

पत्रिका में स्थान देने के लिए सम्पादक द्वेय का हार्दिक आभार!
सविता जी, विभा जी, और भीकम सिंह जी, आपकी स्नेहिल टिप्पणी मेरी लेखनी को बल प्रदान करती हैं, हार्दिक धन्यवाद!

शिवजी श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत सुंदर चोका,हार्दिक बधाई प्रीति जी।

बेनामी ने कहा…

बहुत सुंदर चोका। बहुत बहुत बधाई प्रीति जी। सुदर्शन रत्नाकर

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

आदरणीया सुदर्शन दी एवं शिवजी भैया, आपने समय निकाल कर पढ़ा, सराहा, आपका हार्दिक आभार!

dr.surangma yadav ने कहा…

बहुत सुंदर।

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

साधारण होना बड़ी ख़ास बात है -सच है! बहुत सुंदर चोका!

~सादर
अनिता ललित

प्रीति अग्रवाल ने कहा…

आपकी स्नेहिल टिप्पणी के लिए आभार सुरँगमा जी, अनिता जी!

डॉ. पूर्वा शर्मा ने कहा…

बढ़िया चोका

बधाई प्रीति जी