सेदोका
1- ज्योत्स्ना प्रदीप
1
नवीन-भोर
नव-विश्वास लिये
विचित्र प्यास लिये,
मेरे देश का
लौटा दो सुख चैन
प्रतीक्षारत नैन ।
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ताँका
1- ज्योत्स्ना प्रदीप
1
नव-प्रभात
मुस्काए
देखकर
प्रसून,पात
नभ,धरा हर्षित
शुभ-कर्म हों
नित ।
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2-डॉ सरस्वती माथुर
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नये साल की
सतरंगी किरणें
पड़ी धरा पे
जागी चिड़िया गाती
स्वागत नवगान
-0-
5 टिप्पणियां:
नव विश्वास और चिड़िया का मधुर गान मोहक है ..बहुत बधाई ..ज्योत्स्ना प्रदीप जी एवं सरस्वती जी ...हार्दिक शुभ कामनाएँ !
तीनों रचनाएँ बहुत सुन्दर. नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!
kya baat hai jyotsana ji aur sarawati ji......dil ko chuti rachnaye....aapka nav varsh mangalmaya ho.....
aapke utsah ke liye dhanyavaad jyoti ji aur jenni ji........
नव वर्ष के ख़ूबसूरत सन्देश के साथ बहुत सुन्दर कामना ज्योत्स्ना प्रदीप जी एवं सरस्वती माथुर जी ! :)
~सादर
अनिता ललित
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