माहिया
1-सुदर्शन रत्नाकर
1
इक दीप जलाना है
मिलकर हम सबको
अंधकार मिटाना है।
2
भावों पर पहरा है
पर प्यार तुम्हारा
सागर-सा गहरा है।
3
कैसा यह नाता है
रूठो मत मुझसे
चैन नहीं आता है।
4
तुम मेरे पास नहीं
मिलने की भी तो
अब कोई आस नहीं।
5
ये दिन कट जाएँगे
मत घबराना तुम
बादल छँट जाएँगे।
6
लहरें जब गिरती हैं
होश नहीं खोतीं
फिर उठती-तिरती हैं।
7
तुमसे कुछ है कहना
महको फूलों-सी
मेरी प्यारी बहना।
8
पीपल की छाया है
दुनिया बदल गई
जबसे तुझे पाया है।
-0-सुदर्शन रत्नाकर, ई-29,नेहरू ग्राउंड, फ़रीदाबाद 121001
2-डॉ. सुरंगमा यादव
1
तू जीवन
की निधि है
तुझसे मिलने की
मन करता हर विधि है।
2
तूने जो अपनाया
लगता है मुझको
हर मौसम मनभाया ।
3
जीवन अनमोल सही
तेरे प्यार बिना
इसका कुछ मोल नहीं ।
4
जीने की विधियाँ हैं
प्रेम, दया, ममता
जीवन की निधियाँ हैं।
5
हम मंजिल ना पाते
तुमसे यदि हमको
आशीष न मिल जाते।
6
साँकल
संकल्पों की
खोल गयीं राहें
अनगिनत विकल्पों की।
-0-
12 टिप्पणियां:
लहरों के गिरने-तिरने की उपमा से जिंदगी को आशा देता सुंदर माहिया। अन्य माहिया भी बहुत ही भावपूर्ण और सुंदर
नव वर्ष शुभ हो सुदर्शन दी 🙏
'साँकल संकल्पों की' अति सुंदर। बधाई डॉ सुरँगमा
सभी रचनाएँ बहुत ही भावपूर्ण
बधाई सुदर्शन जी एवं सुरंगमा जी
लहरें जब गिरती हैं
होश नहीं खोतीं
फिर उठती-तिरती हैं।
एवं
साँकल संकल्पों की
खोल गयीं राहें
अनगिनत विकल्पों की।
यह दोनों तो बेहतरीन
सम्मान्य सुदर्शन रत्नाकर एवं डॉ. सुरंगमा यादव जी के समस्त माहिया,उत्कृष्ट एवं सकारात्मक भाव-दृष्टि सम्पन्न हैं।दोनो रचनाकारों को बधाई।
सुशीला जी, पूर्वा जी, शिवजी श्रीवास्तव जी सुंदर प्रतिक्रिया देकर प्रोत्साहित करने के लिए हार्दिक आभार। सुदर्शन रत्नाकर
डॉ सुरंगमा यादव जी मनमोहक माहिया सृजन के लिए हार्दिक बधाई। सुदर्शन रत्नाकर
वाह, बेहतरीन से भी ऊपर , दोनों को हार्दिक शुभकामनाएँ ।
आदरणीय भैया के प्रति बहुत-बहुत धन्यवाद। आप सभी के लिए हृदयतल से आभार।
बहुत सुंदर माहिया।
हार्दिक बधाई 💐🌷
वाह! सुंदर सरस माहिया, सुदर्शन दी और सुरँगमा जी को हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत सुंदर माहिया आदरणीया दीदी जी व सुरंगमा जी !
~सादर
अनिता ललित
सभी माहिया बहुत मनभावन हैं, आप दोनों को हार्दिक बधाई
एक टिप्पणी भेजें