1-रेनू चन्द्रा
सावन आया
उमड़ घुमड़ के
छाये नभ पे
काले काले बदरा
भूला शिकवे
मन -मयूर नाचा
सावन गीत
बूँदों के संग गाया
अनुरागी हो
मेघ जब बरसा
जन हर्षाया
पहन लहरिया
मन शर्माया
रंग रंगीला आया
सावन मन भाया ।
-0-
उमड़ घुमड़ के
छाये नभ पे
काले काले बदरा
भूला शिकवे
मन -मयूर नाचा
सावन गीत
बूँदों के संग गाया
अनुरागी हो
मेघ जब बरसा
जन हर्षाया
पहन लहरिया
मन शर्माया
रंग रंगीला आया
सावन मन भाया ।
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4 टिप्पणियां:
nice song
r4 card
श्याम व्योम गहन
शम्पा- निपात
पावस ऋतु आई !
varsha ritu par bahut hi sundar rachnayeen.
सावन आया झूम के, पड़ती सुखद फुहार।
तन-मन को शीतल करे, बहती हुई बयार।
Sundar abhivyakti..
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