रविवार, 17 मई 2015

शुभकामनाएँ



[ बाधाओं को शान्त मन से पार करते हुए 'हिन्दी  हाइकु' और 'त्रिवेणी' को जन -मन तक पहुँचाने वाली अनुजा डॉ हरदीप  सन्धु जी का आज जन्म दिन है।पूरे साहित्य-परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ !!]









रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'


मन में हज़ारों

हैं शुभकामनाएँ

'ख्वाबों की खुश्बू'

जीवन महकाए

बीता समय

पर पता न चला,

सूरज उगा

और नित है ढला,

रुका न रथ

न ये अश्व ही थके,

नदी न रुकी

न पथिक ही रुके,

सुखों की  छाया

दु:खों की धूप तक

चलते रहे,

आँसू भी रोज  मिले

गलते रहे,

कभी लोहा थे बने

ढलते रहे,

जल भरा निर्मल

शीतल नदी

जीवन हो सरल

बाधाएँ हटें

धीरज नहीं खोना

मन हो शान्त

सिर्फ़ फूल ही बोना

दुआएँ करे।

सुख की झोली भरे

सब स्वप्न हों हरे ।

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12 टिप्‍पणियां:

Dr.Bhawna Kunwar ने कहा…

Janmdin ki bahut bahut badhai sandhu ji🍰👏👏👏👏🎂

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

आदरणीया हरदीप जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकानाएं ……

मुस्काये सदा
तेरा घर आँगन
खुशियाँ हँसे।

Amit Agarwal ने कहा…

Many Happy Returns of the Day,
respected Dr. Sandhu!

Krishna ने कहा…

जन्मदिन की अनेकानेक शुभकामनाएं हरदीप जी!

रश्मि ने कहा…

हार्दिक शुभकामनाएँ

Pushpa mehra ने कहा…

bahan hardeep ji janmdin ki anek subhkamnayen.
pushpa mehra.b

त्रिवेणी ने कहा…

श्याम त्रिपाठी - प्रमुख सम्पादक हिंदी चेतना( कैनेडा) से ई -मेल द्वारा प्राप्त शुभकामनाएँ-
यह काव्य दीप सदा जले,
हरदीप बहन के सुंदर मन से ,
हो इसमें इतना प्रकाश ,
इसकी ज्योति से शरमा जाए आकाश |

आपके हाइकु में
भरा हुआ है एक नया रस,
इसको पढकर
मिलती है कुछ अद्भुत महक |

जन्म दिवस के अवसर पर ,
यह भाव सुमन समर्पित करता हूँ ,
सुखी, सम्पन्न और स्वस्थ रहे सदा आप ,
यह प्रभु से विनती करता हूँ |

Manju Gupta ने कहा…

बहन हरदीप जी जन्मदिन के महापर्व पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं
meri shubhkaamnaaen prakshisit nhi hui
मंगल वट सावित्री पर , वर्षगांठ की धूम
ग्रीष्म की ऋतु सुहानी , दे आशीषें खूब .
दे आशीषें खूब हो जीवेत शरदः शतम् तुम .
लगे फिर चार चाँद ' हाइकु लोक 'में हरदम .
खुशियों की सौगात बरसे ' मंजु ' मन आंगन .
दिगदिगंत भी हरदीप कि गाते बधाई मंगल .
मंजु सपरिवार

ज्योति-कलश ने कहा…

जन्मदिन के अवसर पर बहन हरदीप जी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ! ईश्वर से उनके स्वस्थ,सुन्दर ,दीर्घायु जीवन और सुखमय संसार की कामना करती हूँ .....

कितने मोती पिरोए यह रेशम की डोर अनमोल है हमारे लिए !!
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
ज्योत्स्ना शर्मा

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

अति सुन्दर भावों से परिपूर्ण चोका... भैया जी !
जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ...प्रिय हरदीप जी ! एक दिन देर से सही... दुआएँ तो सदैव ही ताज़ी रहती हैं। ईश्वर आपको सुख-समृद्धि-शांति से परिपूर्ण स्वस्थ जीवन दे। आपकी लेखनी सदा चलती रहे और हम सभी को बाँधने वाली ये नेह की डोर दिन-प्रतिदिन और भी मज़बूत होती रहे।
जन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक़ !

~हार्दिक शुभकामनाओं सहित

अनिता ललित

Jyotsana pradeep ने कहा…

bhaavpurn choka ..bhaiya ji!.
hardeep ji ke liye-

vistrit- nabh
sukhon ka, tere liye
sarv -sulabh

hardik shubhkaamnayen...

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई हरदीप जी...देर से देख पाई हूँ ये पोस्ट, इस लिए अब स्वीकार कीजिए बधाई...|
काम्बोज अंकल का चोका बहुत सुन्दर है...| उनको भी हार्दिक बधाई...|