शशि पुरवार
1
ये मौसम सर्द हुआ
तुम तो रूठ गए
जीवन बेदर्द हुआ ।
2
दिल में फिर टीस जगी
सुप्त पड़े रिश्ते
जीवन में आग लगी
3
वे याद रही कसमें
पिय संग निभाई ,
जो वेदी पे रस्में
।
4
नीला नभ ठहरा है
सच्चा प्यार सदा
इससे भी गहरा है ।
-0-
8 टिप्पणियां:
Sundar...
Bahut Achha hai pyar mera sachha hai neele nabh se bhi zyadai
Pushpa
tahe dil se abhaar maananiye sampadak sandhu ji kamboj ji . hamen shamil karne ke liye .
वे याद रही कसमें
पिय संग निभाई ,
जो वेदी पे रस्में ।
bahut sunder ....!!
नीला नभ ठहरा है
प्यार मेरा सच्चा
इससे भी गहरा है .
बहुत बढ़िया।
बहुत सुन्दर माहिया, बधाई.
ये मौसम सर्द हुआ
तुम तो रूठ गए
जीवन बेदर्द हुआ ।
भावपूर्ण माहिया...बधाई...|
ये मौसम सर्द हुआ
तुम तो रूठ गए
जीवन बेदर्द हुआ ।
बहुत भावपूर्ण माहिया...बधाई...|
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