कमला घटाऔरा
नव दिवस
ले उम्मीदों की
हाला
बाँटते चले
हर जन जन में
करें संकल्प
हर दिल हो भरा
स्नेह प्रेम से
प्रतिशोध औ’ क्रोध
हो दूर सदा
सफल हो सपनें
अच्छे दिनों के
जो देखे जनता ने
कभी न टूटे
जगाये जो विश्वास
करें पूर्ण भी
नहीं धुरी से हटी
कभी धरणी
कर्मठ योगी सूर्य
चलता चले
न त्यागे कर्म
निज
पुनरावृति
न हो उन कर्मों
की
दुत्कारे आत्मा
करके मन शान्त
करें प्रार्थना
सुखी हो चराचर
मिटायें वैर
जो बीता ,बीत
गया
हो स्वागत नए का।
2 टिप्पणियां:
सुन्दर भावों के साथ नए वर्ष का अभिनन्दन वंदन के योग्य है ..हार्दिक बधाई ..शुभ कामनाएँ !
nav varsh ki shubhkaamnao ko saath liye ...khoobsurat choka ...haardik badhai kamla ji saath hi shubhkaamnayen !
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