1- अनीता ललित
छोड़े अगर
दुश्मनी के पटाख़े
तन-मन जलेगा!
घुल जाएगा
भीतर ही भीतर
होगा जीवन धुआँ ।
2
माटी का दीया
गर ईर्ष्या में जला
सिर्फ़ जला, न जिया!
दिल में भर
जो नेह-घूँट पिया
जगमग ही किया!
-0-
2-तुहिना रंजन
1
दीपों की लड़ी
जगमग आँगन
चमके घर-द्वार
सजी रंगोली
रंग मनभावन
शुभ हो आगमन ।
2
प्रतीक्षारत
दो अश्रुपूर्ण नैन
साँस लड़ी जोड़ते
क्षीण होती लौ
बुझ रहा ये दिया
कर भी दो उद्धार ।
-0-
3- पुष्पा मेहरा
1
सजाते रहें
सदा दीपों की लड़ी
हिले,झिलमिलाए,
टूटे न कभी
बिखरा दें रोशनी
सजे भाल-भारती।
2
माटी-तन ले
अमा की देहरी पे
त्याग-सर डूबेंगे,
झुकेंगे नहीं
तेल औ बाती बन
आत्मोत्सर्ग करेंगे।
-0--
4- शशि पुरवार
1
यादों के दीप
फिर हिय में जले
सलोने उजियारे ,
भीगी चाँदनी
खिल उठा चाँद
मन के अंधियारे ।
2
अखंड दीप
जीवन ,पथ पर
हाँ ,माँ ने जलाया,
संस्कारों की लौ
महकता आशीष
तिमिर को मिटाया ।
-0-
5-कृष्णा वर्मा
1
माटी -पुत्र ने
कपास की बेटी को
जब गले लगाया
प्यार में भीगी
तिल-तिल दमकी
उजियारा फैलाया।
2
खुशियाँ झरीं
जगमग दीपों ने
निशा की माँग भरी,
ऐसा लगता
उतरी धरती पे
रोशनियों की परी।
-0-
6-सुभाष लखेड़ा
1
शुभकामना
दिल में रोशनी हो
वाणी में चाशनी हो
यही भावना
दीपों में हो हमारे
फैलेंगे उजियारे ।
-0-
7- डॉ सरस्वती माथुर
1
दीपक
जले
मन
हुआ रोशन
टँगी बंदनवार
देहरी पर
खुशनुमा नज़ारा
दीपावली
त्योहार l
2
अँधेरी रात
झिलमिल
करती
दीपों
की फुलकारी
रंग बिरंगी
बुनकर के ज्योति
छाई छटा निराली l
-0-
1
है इंतजार
मिटे ये अंधकार
बढ़ता जाए प्यार
आतंकी साए
इंसानियत देख
काँपे, सर झुकाए ।
-0-
3 टिप्पणियां:
सुन्दर भावों से परिपूर्ण ..प्रभावी सेदोका ...दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ !!
bhavpoorn sadoka ...sabhi ...!!dipawali ki shubhkamnayen ...!!
खूबसूरत...भावपूर्ण सेदोका...देर से आ पायी इधर...पर सभी को बधाई...|
प्रियंका
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