डॉ सरस्वती माथुर
1
मन मेरा है घायल
छाये आँखों में
यादों के ये बादल ।
2
डाली- डाली डोले
यादों की कोयल
मन की पीड़ा खोले ।
3
मन मेरा डोल रहा
मन की बाते वो
देखो
ना खोल रहा ।
4
चंपा
संग चमेली
तेरी यादें तो
मेरे मन से खेलीं
।
-0-
3 टिप्पणियां:
डाली- डाली डोले
यादों की कोयल
मन की पीड़ा खोले ।
बहुत सुन्दर माहिया....बधाई सरस्वती जी !
मन मेरा है घायल
छाये आँखों में
यादों के ये बादल ।
बहुत मार्मिक...| खूबसूरत माहिया के लिए हार्दिक बधाई...|
man mera hai ghyal......bahut sunder...badhai
sarswatiji
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