19मार्च को आदरणीय रामेश्वर जी का जन्म दिन था । त्रिवेणी के रचनाकारों तथा पाठकों की ओर से हार्दिक बधाई । हम सब दुआ करते हैं कि आपकी कलम हर -दिन नए शिखर पर पहुँचे । मैं अपने शब्दों की भेंट प्रस्तुत कर रही हूँ ।
1
तेरे आँगन
किरणों के उजाले
भोर गुलाबी
उड़ती चली आए
नन्हे पंख फैलाए ।
2
सुमन खिलें
कण -कण महके
जीते तू नभ
इन्द्रधनुषी रंग
बिखरे तेरे मन।
डॉ हरदीप कौर सन्धु
18 टिप्पणियां:
रामेश्वर भाई साहब के जन्मदिन पर उनको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ.....उनका लेखन ऐसे ही निरंतर प्रगति करता रहें।
आदरणीय रामेश्वर जी को जन्म दिन की ढेरों शुभकामनायें ! जीवन का नव वर्ष सुख, समृद्धि से परिपूर्ण रहे इस कामना के साथ
सादर
मंजु
जन्मदिन की बेपनाह शुभकमनयें एवं बधाई रामेश्वर भाई साहब!!
दे सके जो ख़ुलूस का साया
ऐसी ख़ूबी तो आदमी में हो.
बस वही शाजार हो, वही साया हो इस दिन मुबारक पर!!
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं आद कम्बोज जी ....!!
janmdin ki hardik badhai kamboj bhaisaahab
aap nirantar isi tarah lekhan aur haiku parivaar ka margdarshan karte rahe aur safalta ke naye kirtimaan sthapit kare yahi kaamna hai .
आदरणीय भाई रामेश्वर जी के जन्मदिन के महापर्व पर मेरी हार्दिक बधाई और मंगल शुभ कामनाएं . ईश से प्रार्थना करती हूँ कि आप को स्वास्थ्य , सफलता, सुख, समृधि और विश्व शिखर पर लेखनी को यश - कीर्ति मिले .
हाइकु का उपहार प्रेषित कर रही हूँ -
गाँव - शहर
में मची खूब धूम
शुभेच्छा देते .
३ . फागुनी हवा
मनाती है उत्सव
प्यार लुटा के .
४. स्वस्थ - सुखी हो
प्रार्थना करे दिल
सौभाग्य खिले .
५. वन्दनवारे
बंधीं हैं द्वार पर
स्वागत करें .
आ हिमांशु भाई जी को जन्म दिवस पर हार्दिक शुभ कामनायें.......
आपकी इन सुन्दर भाव भरी पंक्तियों में हमारी भी भावनायें सम्मिलित हैं हरदीप जी ...बहुत बहुत बधाई !!
aadarneey bhaiyaa ji ko bahut bahut shubh kaamanaayen ......
aapkii in sundar bhaav bharee panktiyon mein hamaaree bhii bhaavanaayen samaahit hain ...Harddeep ji ..bahut bahut badhaaii 11
saadar
jyotsna sharma
bahut sundar...aadarniy kamboj uncle ko bahut shubhkamnayein...
priyanka
आदरणीय रामेश्वर जी को जन्म दिन की ढेरों शुभकामनायें!
आदरणीय काम्बोज भाई को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई. ज़िंदगी, साहित्य और रिश्ते आपकी पूँजी, इनको आपका साथ यूँ ही निरंतर मिलता रहे, मेरी शुभकामना है.
मैं परम आत्मीय हरदीप सन्धु जी का और आप सबका बहुत अनुगृहीत हूँ । मुझ जैसे साधारण व्यक्ति के लिए आपका अशाधारण स्नेह सम्मान बहुत अधिक है । आप सबकी आत्मीयता ही मेरी शक्ति है । आप सबके लिए मैं यही कहना चाहूँगा-
नेह के रंग
रंग दे मान-नभ
बनके फूल
महकाते जीवन
सुरभित आँगन.
रामेश्वर काम्बोज
तबियत खराब होने के कारण हम तो कोई भी मेल नहीं पढ़ पाये आज पढ़ी तो लगता है हम ही लास्ट हैं पर कोई बात नहीं देर आए दुरूस्त आए हमारी शुभकामनायें तो पहले दिन ही उन तक पहुँच गईं थीं और हमेशा ही उनके साथ रहती हैं, लेकिन शुभकामनाएँ तो जितनी मिल जायें उतनी ही कम लगती हैं, तो हम तो तहे दिल से यही कहेगें-
स्नेह मिले सभी का, सम्मान भी अपार
जीवन में खुशियों के, लग जायें अम्बार।
नदियाँ, झरने, पेड़ और पौधे,चाँद, तारे आसमान
होकर एक सुर में गायें, मंगल- गीत,दीर्घायु-गान।
भावना
भावना जी आपकी इन पंक्तियों के लिए विशेष आभार ! आपकी भावनाओं और शुभकामनाओं के प्रति सचमुच में नत हूँ ; क्योंकि वे तो प्रतिपल मेरे साथ हैं और सदा मुझे प्रोत्साहित करती हैं। आपकी शुभकामनाएँ तो वैसे अग्रिम रूप में ही पहुँच गई थीं। आप 19 को अस्वस्थ भी रहीं। अत: मन में मत रखिए कि आप लास्ट हैं। आप सब तो सदा ही साथ हैं।
सस्नेह
काम्बोज
Aabhar kamboj ji...
bhaiya bahut bahut shubhkamnaye
aapke liye ke kuchh shabd
साहित्य धरा
दमके सदा ही,वो
सूरज है तू
-0-
शब्दों में नमी
अंकुरित कविता
बादल है तू
-0-
पल्लवित हो
कुमित हो कविता
वो खाद है तू
-0-
दुःख से बचा
सुख की छाँव दे जो
वो आशीष तू
-0-
saader
rachana
Bhawana ji lijiye aapko last hone nahi diya me aagai .asha hai aap abhi theek ho gai hongi
rachana
रचना बहन ! आपके इन भावपूर्ण हाइकु का उत्तर भला मैं किन शब्दों में दूँ । आपका हर शब्द मेरे लिए अनमोल है ।अपनापन अनिर्वचनीय होता है । दिल से बहुत आभार !!
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