रेनू चन्द्रा
कार्तिक मास
तड़के उठ कर
स्नान- पूजन
देव- आरती करूँ
श्रद्धापूर्वक
तुलसी को दीपक
जलाकर मैं
मन में आस धरूँ
तुलसी ब्याह करूँ।
तड़के उठ कर
स्नान- पूजन
देव- आरती करूँ
श्रद्धापूर्वक
तुलसी को दीपक
जलाकर मैं
मन में आस धरूँ
तुलसी ब्याह करूँ।
2 टिप्पणियां:
बहुत अच्छा चोका है...बधाई...।
प्रियंका
फिर ग्यारस
मेरे मन की साध
तुलसी ब्याह करूँ।
यह बहिन रेनू जुड़ नहीं पाया ...यदि इन्हें कुछ भाव देंतीं तो अच्छा
था , कुछ भी लिख देना चोका नहीं होता , कोशिश जारी रखें !अन्यथा न लें!
रमाकांत
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