ताँका-चोका- सेदोका -माहिया-हाइबन
बहती धारा कलकलथामें पतवारेंतू दूर कहीं अब चल ।bahut sunder ban pdaa hai ye mahiyaa ....
बहती धारा कलकल थामें पतवारें तू दूर कहीं अब चल ।बहुत सुन्दर माहिया। सरस्वती जी बधाई।
बहुत सुन्दर मधुर माहिया ..बहुत बधाई सरस्वती जी !
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3 टिप्पणियां:
बहती धारा कलकल
थामें पतवारें
तू दूर कहीं अब चल ।
bahut sunder ban pdaa hai ye mahiyaa ....
बहती धारा कलकल
थामें पतवारें
तू दूर कहीं अब चल ।
बहुत सुन्दर माहिया। सरस्वती जी बधाई।
बहुत सुन्दर मधुर माहिया ..बहुत बधाई सरस्वती जी !
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