डॉ सरस्वती माथुर
1
माँ बेटी सी
पत्नी,
बहिन- जैसी
अंकुराती आकाश
घर-
आँगन
देहरी द्धार पर
नारी एक विश्वास
2
नारी माँ भी
बेटी
- भार्या भी नारी
स्नेह प्यार से नारी
महक बाँट
जीवनदायिनी सी
सम्मोहित करती
l
3 टिप्पणियां:
नारी की गरिमा दर्शाते ...सुन्दर सेदोका ..बहुत बधाई सरस्वती जी !!
नारी एक रूप अनेक... और सभी रूप एक से बढ़कर एक !:-)
सुन्दर सेदोका सरस्वती जी !
~सादर
अनिता ललित
अंकुराती आकाश
घर- आँगन
देहरी द्धार पर
नारी एक विश्वास ..
सुन्दर भाव ...आकाश का अंकुरण तो अनूठा है ... जो शून्य आकाश में भी हरियाली ला दे वही तो नारी है |
एक टिप्पणी भेजें